उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें उत्तर प्रदेश महिला आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इस नई भूमिका में जिम्मेदारी मिलने के बाद अपर्णा यादव अपने चाचा शिवपाल यादव से आशीर्वाद लेने पहुंची, जिसके बाद सियासी हलकों में चर्चाएं और अटकलें तेज हो गईं।
जानकारी के मुख्य हेडिंग
तस्वीरों में देखा जा सकता है कि अपर्णा अपने चाचा शिवपाल और चाची से आशीर्वाद ले रही हैं। इस मुलाकात के समय पर खास ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यादव परिवार पर काफी हमलावर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ का हमला
बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवपाल यादव और अखिलेश यादव पर कड़े शब्दों में निशाना साधा था। उन्होंने दोनों की तुलना “आदमखोर भेड़िए” से की थी। योगी ने आरोप लगाया था कि 2017 से पहले प्रदेश में यादव परिवार के बीच सत्ता और भ्रष्टाचार को लेकर होड़ मची हुई थी। उन्होंने शिवपाल यादव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए थे, जिससे राजनीतिक माहौल पहले से ही गरमा गया था।
अपर्णा यादव की सियासी पृष्ठभूमि
अपर्णा यादव 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी (सपा) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गई थीं। हालांकि, उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया गया था। इससे पहले, 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ने अपर्णा को लखनऊ पूर्व से उम्मीदवार बनाया था, जहां उन्हें भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी से हार का सामना करना पड़ा था।
अब, अपर्णा यादव को उत्तर प्रदेश महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा उन्हें आगामी चुनावों में एक बड़ी भूमिका दे सकती है।
शिवपाल यादव से मुलाकात पर चर्चा
अपर्णा यादव की यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब उनके चाचा शिवपाल यादव और भाजपा के बीच तल्खी चल रही है। शिवपाल यादव पहले भी कह चुके हैं कि अपर्णा को भाजपा में वह सम्मान नहीं मिला जिसकी उन्हें उम्मीद थी। इस बार अपर्णा और शिवपाल की मुलाकात को एक बड़ा राजनीतिक संकेत माना जा रहा है, हालांकि इसका स्पष्ट मतलब अभी तक सामने नहीं आया है।
क्या अपर्णा की वापसी की अटकलें सच होंगी?
शिवपाल यादव के हालिया बयान के बाद से ही कई बार अपर्णा यादव के सपा में वापसी के कयास लगाए जा चुके हैं। हालांकि, अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है, लेकिन इस नई मुलाकात से राजनीतिक माहौल फिर से गरमा गया है।
मुख्य हाइलाइट्स
- बड़ी जिम्मेदारी: अपर्णा यादव को उत्तर प्रदेश महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया।
- शिवपाल से मुलाकात: जिम्मेदारी मिलने के बाद अपर्णा ने चाचा शिवपाल यादव से आशीर्वाद लिया।
- सियासी अटकलें: मुलाकात के बाद से राजनीतिक हलकों में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
- योगी का हमला: हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवपाल यादव और अखिलेश यादव पर तीखे हमले किए थे।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1: अपर्णा यादव को क्या जिम्मेदारी दी गई है?
Ans: उन्हें उत्तर प्रदेश महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है।
Q2: शिवपाल यादव से अपर्णा की मुलाकात का क्या मतलब है?
Ans: मुलाकात को राजनीतिक संकेत के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन अभी इसका स्पष्ट उद्देश्य सामने नहीं आया है।
Q3: क्या अपर्णा यादव फिर से सपा में जा सकती हैं?
Ans: फिलहाल अपर्णा यादव भाजपा में हैं, लेकिन शिवपाल यादव के साथ उनकी मुलाकात को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि शायद वे सपा में वापस आ सकती हैं।
Q4: अपर्णा यादव को भाजपा में कब शामिल किया गया था?
Ans: 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हुई थीं।
अपर्णा यादव की यह नई भूमिका और शिवपाल यादव से मुलाकात आगामी चुनावों में क्या मोड़ लेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।