मुंबई के बांद्रा बीकेसी इलाके में स्थित सेबी भवन के बाहर और अंदर, पिछले कुछ घंटों से सेबी (Securities and Exchange Board of India) के कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं। इन कर्मचारियों का प्रदर्शन सेबी के टॉप मैनेजमेंट के खिलाफ है, जिसमें वर्क कल्चर को टॉक्सिक बनाए जाने और कर्मचारियों पर अत्यधिक दबाव डालने का आरोप लगाया गया है।
जानकारी के मुख्य हेडिंग
प्रदर्शन के मुख्य कारण
- वर्क कल्चर को टॉक्सिक बनाने का आरोप: कर्मचारियों का आरोप है कि टॉप मैनेजमेंट ने सेबी के भीतर काम करने का माहौल असहनीय बना दिया है।
- परफॉर्मेंस टारगेट का दबाव: कर्मचारियों पर लगातार परफॉर्मेंस टारगेट का भारी दबाव बनाया जा रहा है।
- मीटिंग्स में दुर्व्यवहार: कर्मचारियों का कहना है कि ऑफिस की मीटिंग्स में उनके साथ बदतमीजी की जा रही है, जिससे उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है।
सेबी की प्रतिक्रिया
सेबी की ओर से इस पर सफाई दी गई है, जिसमें कहा गया है कि जूनियर कर्मचारियों को बाहरी तत्वों द्वारा गुमराह किया जा रहा है। इसके माध्यम से वे अपनी मांगे मनवाने के लिए दबाव बना रहे हैं। सेबी के इस जवाब ने कर्मचारियों की नाराजगी को और बढ़ा दिया है।
कर्मचारियों की शिकायत और विरोध
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेबी के करीब 1000 कर्मचारियों में से 500 कर्मचारियों ने वित्त मंत्रालय को शिकायत पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने टॉप मैनेजमेंट के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
कर्मचारियों का कहना है कि उनका प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगों पर उचित विचार नहीं किया जाता।
सेबी के चेयरपर्सन पर भी सवाल
इससे पहले भी सेबी की नई चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच को लेकर कई सवाल उठ चुके हैं। हिंडनबर्ग और कांग्रेस द्वारा भी माधवी पुरी बुच पर आरोप लगाए गए थे। अब कर्मचारियों के इस प्रदर्शन ने सेबी के भीतर चल रहे संकट को और बढ़ा दिया है।
मुख्य हाइलाइट्स
- कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन: सेबी के टॉप मैनेजमेंट के खिलाफ मुंबई में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
- वर्क कल्चर पर सवाल: कर्मचारियों ने टॉक्सिक वर्क कल्चर, परफॉर्मेंस टारगेट के दबाव और मीटिंग्स में दुर्व्यवहार के आरोप लगाए हैं।
- सेबी की प्रतिक्रिया: सेबी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि बाहरी तत्व कर्मचारियों को गुमराह कर रहे हैं।
- चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच पर विवाद: हिंडनबर्ग और कांग्रेस द्वारा भी चेयरपर्सन पर पहले से ही आरोप लगाए गए हैं, जिससे सेबी की साख पर सवाल उठ रहे हैं।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1: सेबी के कर्मचारी क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं?
Ans: सेबी के कर्मचारी टॉप मैनेजमेंट पर टॉक्सिक वर्क कल्चर, अत्यधिक परफॉर्मेंस टारगेट और मीटिंग्स में दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं।
Q2: सेबी ने इन आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
Ans: सेबी ने कहा है कि बाहरी तत्व जूनियर कर्मचारियों को गुमराह कर रहे हैं और उन पर अपनी मांगें मनवाने के लिए दबाव बना रहे हैं।
Q3: सेबी के चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच को लेकर क्या विवाद है?
Ans: माधवी पुरी बुच पर हिंडनबर्ग और कांग्रेस द्वारा आरोप लगाए गए थे, जिसमें सेबी की कार्यप्रणाली और चेयरपर्सन की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे।
Q4: कितने कर्मचारी इस प्रदर्शन में शामिल हैं?
Ans: लगभग 1000 में से 500 सेबी कर्मचारी टॉप मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, और उन्होंने वित्त मंत्रालय को शिकायत पत्र भी भेजा है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस प्रदर्शन का सेबी और सरकार पर क्या असर पड़ता है, और कर्मचारियों की मांगों का समाधान कैसे निकाला जाएगा।