भारत में हर साल 20,000 से अधिक लोग रेबीज के कारण मरते हैं। अधिकांश लोग मानते हैं कि केवल पागल कुत्तों के काटने से ही रेबीज होता है, लेकिन यह एक अधूरी सच्चाई है। रेबीज एक संक्रामक रोग है जो जानवरों से इंसानों में फैलता है, विशेष रूप से संक्रमित कुत्तों के काटने से।
जानकारी के मुख्य हेडिंग
रेबीज से कैसे मरते है लोग?
भारत में 20 हजार से ज्यादा लोग हर साल रेबीज से मरते हैं ज्यादातर लोग यही मानते हैं की पागल कुत्ते के काटने से रेबीज होता है जो की एक अधूरा सच है डबल तप करके रेबीज होने से लेकर मौत तक की जर्नी को समझो रेबीज एक जेनेटिक डिजीज है यानी जानवरों से इंसानों में फैलती है निन्यानबे प्रतिशत रेबीज केसेस रेबीज इनफेक्टेड डॉग के बाईट करने से फैलते हैं।
रेबीज से इनफेक्टेड डॉग जब आपको काटता है या स्क्रैच मारता है तो इसकी सलाइवा में मौजूद या वायरस इसके बाईट से होने वाले बूंद में इंटर करते हैं अब रेबीज अपने तीन फेस में डिवेलप होता है।
इनक्यूबेशन फेस यहां बंद में मौजूद वायरस यहां के मसल टिशु में खुद को रिप्लिकेट करके कुछ दिनों या महीना में अपना नंबर बढ़ते हैं रोड रोम फेज इनिशियल एप्लीकेशन के बाद ये वाइरस आपके सेंट्रल नर्वस सिस्टम को इनफेक्ट करके स्पाइनल कॉर्ड के थ्रू आपके फाइनल टारगेट ब्रेन तक पहुंचता है।
सेंट्रल नर्व इन्फेक्शन के 2 से 10 दिनों में फीवर हेडेक जैसे सिम्टम्स आपने नज़र आने लगते हैं न्यूरोलॉजिकल फेस वाइरस द्वारा ब्रेन में न्यूरोलॉजिकल डैमेज के कारण आप पानी से डरने लगते हैं लगातार ब्रेन सेल्स डैमेज होने से आपको वहां से होते हुए दुनिया से विदाई ले लेते हैं।
मुख्य बिंदु:
- संक्रमण: रेबीज वायरस संक्रमित कुत्तों की लार में होता है। यह बाइट या स्क्रैच के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है।
- रेबीज के चरण:
- इनक्यूबेशन चरण: वायरस मांसपेशियों में प्रजनन करता है और दिनों या महीनों में अपनी संख्या बढ़ाता है।
- प्रोड्रोमल चरण: वायरस केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (CNS) में प्रवेश करता है और मस्तिष्क तक पहुंचता है। इस दौरान बुखार और सिरदर्द जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं।
- न्यूरोलॉजिकल चरण: मस्तिष्क में वायरस के कारण न्यूरोलॉजिकल क्षति होती है, जिससे पानी से डर (हाइड्रोफोबिया) और गंभीर ब्रेन डैमेज होता है, जो अंततः मृत्यु का कारण बनता है।
FAQ
रेबीज कैसे फैलता है?
रेबीज मुख्य रूप से संक्रमित जानवरों, खासकर कुत्तों, के काटने या खरोंच के माध्यम से फैलता है।
रेबीज के चरण क्या हैं?
चरण हैं: इनक्यूबेशन चरण (वायरस मांसपेशियों में प्रजनन करता है), प्रोड्रोमल चरण (वायरस केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को संक्रमित करता है), और न्यूरोलॉजिकल चरण (मस्तिष्क में गंभीर क्षति होती है)।
रेबीज के लक्षण क्या हैं?
प्रारंभिक लक्षणों में बुखार और सिरदर्द शामिल हैं। उन्नत चरणों में पानी से डर और गंभीर न्यूरोलॉजिकल क्षति होती है.
रेबीज से बचाव कैसे किया जा सकता है?
काटने या खरोंच के बाद तुरंत चिकित्सा उपचार, जिसमें पोस्ट-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (PEP) शामिल है, से रेबीज को रोका जा सकता है।
अगर कुत्ता काटे तो क्या करना चाहिए?
तुरंत घाव को साबुन और पानी से धोएं, चिकित्सा सहायता प्राप्त करें, और यदि आवश्यक हो तो रेबीज वैक्सीनेशन और उपचार प्राप्त करें।