हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पहली उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होते ही बगावत के सुर उठने लगे हैं। ताजा घटनाक्रम में रतिया से विधायक लक्ष्मण नापा और पूर्व मंत्री कर्ण देव कंबोज ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले वरिष्ठ नेता शमशेर गिल भी पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं।
जानकारी के मुख्य हेडिंग
बीजेपी ने 67 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, जिसमें लंबी चर्चा और मंथन के बाद भी असंतोष को रोकने में पार्टी असफल रही। अब लगातार इस्तीफों और विरोधों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। गुरुग्राम में भी बागी नेताओं ने प्रदर्शन किया, जबकि रनिया में पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला ने अपने समर्थकों की बैठक बुला ली है।
बगावत की प्रमुख वजहें
- उम्मीदवारों का चयन: जेजेपी से बीजेपी में आए नेताओं को टिकट दिया गया है, जिससे पुराने कार्यकर्ताओं में असंतोष है।
- समर्थकों का असंतोष: बीजेपी कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि इस बार उन्हें मौका मिलेगा, लेकिन उन्हें नजरअंदाज किए जाने के कारण पार्टी में विरोध के सुर तेज हो रहे हैं।
- समझाने की कवायद: बीजेपी प्रदेश नेतृत्व और हाईकमान इन नेताओं को शांत करने की कोशिश में जुटे हैं। उन्हें आश्वासन दिया जा रहा है कि यदि सरकार बनती है, तो उन्हें समायोजित किया जाएगा।
प्रमुख इस्तीफे और विरोध के स्थान
- लक्ष्मण नापा (रतिया विधायक)
- कर्ण देव कंबोज (पूर्व मंत्री)
- शमशेर गिल (वरिष्ठ नेता)
- रनिया में पूर्व मंत्री रणजीत चौटाला – समर्थकों के साथ बैठक
बागियों को मनाने की कोशिशें
बीजेपी नेतृत्व ने बागी नेताओं को मनाने के लिए कोशिशें तेज कर दी हैं। पर्दे के पीछे से बातचीत और समायोजन का वादा करके नेताओं को शांत करने की रणनीति अपनाई जा रही है।
विशेष रूप से उन सीटों पर जहां जेजेपी से आए नेताओं को टिकट मिला है, वहां विरोध और तीव्र होता जा रहा है। इसके अलावा, सावित्री जनल को हिसार से टिकट नहीं मिलने पर भी असंतोष देखा गया, जहां डॉक्टर कमल गुप्ता को टिकट मिला है।
मुख्य हाइलाइट्स
- 67 उम्मीदवारों की लिस्ट: हरियाणा बीजेपी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, जिसके बाद असंतोष शुरू हो गया।
- इस्तीफों की लहर: विधायक लक्ष्मण नापा, कर्ण देव कंबोज और शमशेर गिल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
- समर्थकों में असंतोष: पुराने कार्यकर्ता खुद को नजरअंदाज महसूस कर रहे हैं, जिससे पार्टी के भीतर तनाव बढ़ा है।
- बीजेपी की कोशिशें: बागियों को मनाने के लिए पार्टी नेतृत्व समायोजन का वादा कर रहा है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1: हरियाणा बीजेपी में इस्तीफे क्यों हो रहे हैं?
Ans: उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में कई नेताओं और पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया है। इसके कारण असंतोष बढ़ रहा है, जिससे इस्तीफे हो रहे हैं।
Q2: कौन-कौन से प्रमुख नेता इस्तीफा दे चुके हैं?
Ans: रतिया के विधायक लक्ष्मण नापा, पूर्व मंत्री कर्ण देव कंबोज, और वरिष्ठ नेता शमशेर गिल पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं।
Q3: बीजेपी नेतृत्व की क्या प्रतिक्रिया है?
Ans: बीजेपी नेतृत्व बागियों को मनाने की कोशिश कर रहा है। उन्हें आश्वासन दिया जा रहा है कि यदि सरकार बनती है, तो उन्हें समायोजित किया जाएगा।
Q4: बगावत से पार्टी पर क्या असर पड़ेगा?
Ans: अगर बागी नेता शांत नहीं होते हैं, तो यह बीजेपी के लिए आगामी चुनावों में बड़ा नुकसान साबित हो सकता है। पार्टी का चुनावी गणित भी बिगड़ सकता है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी इस बगावत को कैसे संभालती है, और क्या वह चुनावों से पहले पार्टी के भीतर शांति स्थापित कर पाती है।