योगासन क्या है कैसे करते है।
योगासन क्या है प्रतिदिन हमें कौन कौन से योगासन करना चाहिए योग का साधारण अर्थ होता है जुड़ना या मिलाना। इसका वैज्ञानिक अर्थ होता है।
शरीर और मन का संतुलन आसन का अर्थ होता है बैठना या शारीरिक स्थिति। इसका अभ्यास मानसिक तथा शारीरिक स्थिति के संतुलन के लिए किया जाता है।
मन और शरीर का स्वास्थ्य रखने के लिए योगासन बहुत उपयोगी है इससे पूर्ण लाभ प्राप्त होता है।
इसे करने के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। नीचे हम कुछ जरूरी बातें बता रहे हैं इसे ध्यान में जरूर रखें-
- आसन धीरे-धीरे करना चाहिए
- आसन करते समय दुखद स्थिति में रहना चाहिए
- ध्यान एकाग्र चित्त होना चाहिए
- आसनों को अपनी क्षमता के अनुसार करना चाहिए
- बीमारी की हालत में आसन नहीं करना चाहिए
- स्नान के बाद आसन करना लाभकारी होता है।
- आसन किसी योग्य प्रशिक्षक की देखरेख में करना चाहिए।
- जहां योगासन किए जाएं वहां का वातावरण स्वच्छ होना चाहिए।
- आसन की आधे घंटे बाद ही कुछ खाना पीना चाहिए।
1.शवासन कैसे करें
फर्श या तत्व पर दरी बिछाकर पीठ के बल ऊपर की ओर मुंह करके शांत मन से लेट जाए ऎडियों के बीच लगभग 1 फुट का फासला बना होना चाहिए।
हथेलियां शरीर के 7- 8 इंच की दूरी पर हो। आंखें बंद रखें अब धीरे-धीरे अपने दोनों पैरों में टांगों को ढीला छोड़ें।
फिर पेट सीने और गर्दन को कर्मचारी रे छोरे।
सिरको किसी भी सुविधाजनक स्थिति में रहने दे सांस पर ध्यान दें कुछ ना सोचे आरंभ में इस स्थिति को 5 मिनट तक रखें
इसके बाद पूर्व स्थिति में आ जाएं।
शवासन के फायदे
इस आसन से थकावट दूर होती है तथा स्मरण शक्ति बढ़ती है मन चिंताओं से मुक्त होकर प्रसन्न रहता है नींद ना आने पर इस आसन को करने से नींद आ सकती है।
2. भुजंगासन कैसे करें
भुजंग सांप की आकृति का दिखाई देने के कारण इस आसन के भुजंगासन कहा जाता है।
यह आसन करने के लिए पेट के बल लेट जाएं माथा जमीन से टिका हुआ हूं पैर मिले हुए पैरों के अंगूठे एवं इंडिया भी आपस में मिली हुई हो। हाथ दोनों और शरीर से लगे हुए। गौहनिया खड़ी तथा हथेलियां कंधे के नीचे जमीन पर टिकी हुई हो।
अब गर्दन को धीरे-धीरे ऊपर की ओर मोड़िए। गर्दन पूरी तरह ऊपर मोड जाने के बाद अपने सीने को ऊपर मोड़ते हुए उठाएं यह स्थिति 2 मिनट तक बनाए रखें तथा हाथों पर अधिक दबाव न डालें सांस की गति सामान्य रखें। फिर धीरे-धीरे सीना गर्दन माथा जमीन पर टिकाए।
भुजंगासन के फायदे
इस आसन से पुरानी कब्ज दूर होती है पेट के अधिकतर रोग दूर हो जाते हैं रीड की हड्डी में लचीलापन आ जाता है पेट का अनावश्यक मोटापा दूर हो जाता है।
3.मकरासन कैसे करते है।
मगरमच्छ के समान अकृत होने के कारण इस आसन का नाम मकरासन रखा गया विश्राम के समय अतिरिक्त ऊर्जा प्राप्त करने के लिए यह आसन किया जाता है। पेट के बल लेट कर अपने हाथों को कहानियों से मोड़ का तकिया बना ले।
और अपने सिर को हाथों के बने तकिए पर रखें दोनों पैरों की एड़ियों के बीच 1 फुट का फासला रखें एड़ियां अंदर की ओर तथा अंगूठे बाहर क्यों रखे आंखें बंद करके पेट सीना हाथ गर्दन और सिर को कर्म सा स्थल करें यह स्थिति सांस सामान्य होने तक बनाए रखें।
अपना पूरा ध्यान सांस पर रखें कुछ ना सोचे पूर्व स्थिति में आने के लिए गहरी सांस लें और आंखें खोल लें फिर आने आसन करें।
मकरासन के फायदे
यह आसन करने से शरीर में अतिरिक्त ऊर्जा का संचार होता है मानसिक रोगों से छुटकारा मिलता है चित्र प्रसन्न रहता है पेट संबंधी विकार दूर हो जाते हैं।
4. वज्रासन कैसे करें
यह आसन शरीर को उद्धृत जैसी दुष्टता प्रदान करता है इसीलिए इसे वज्रासन कहा जाता है।
इस आसन के अतिरिक्त कोई आसान या बयान ऐसा नहीं जिसे भोजन को पचाने के पश्चात किया जाए।
यह आसन भोजन को पचाने के लिए किया जाता है दरी पर सामने पैर फैला कर बैठ जाएं हाथ बगल में मुलिया मिली हुई तथा हथेलियां जमीन पर टिकी हो पहले बाया पैर और फिर दाया पैर पीछे की ओर मोड़ कर इस प्रकार बैठे कि पंजा अंदर की ओर तथा एनी बाहर की ओर रहे फिर दोनों हाथ घुटनों पर रखें उंगलियां मिली रहे।
गर्दन से लेकर कमर तक का भाग बिल्कुल सीधा रहे यदि कहीं दर्द हो रहा हो तो ध्यान दर्द पर रखें और उस भाग को ढीला छोड़ दे जाएं अपनी क्षमता के अनुसार आसन करें जिस गति से आसन किया है उसी गति से पूर्व स्थिति में आ जाए।
वज्रासन के फायदे
भूख ना लगना कब्ज आदि उधर दूर हो जाते हैं कमर सीधी रखने के कारण फेफड़ों का पर्याप्त वायु प्राप्त होता है घुटनों का दर्द दूर हो जाता है।
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इस जानकारी में हमने कुछ योगासन के बारे में बताया योगासन क्या है योगासन करने के फायदे के बारे में भी बताया है आगे भी कई योगासन के तरीके हैं जिन्हें जल्दी अपडेट किया जाएगा आप वेबसाइट पर विजिट करते रहें।