हाइपोग्लाइसीमिया एक रोग है जहां रक्त में शर्करा के स्तर काफी नीचे (कम) हो जाते हैं। जब यह शर्करा की मात्रा बहुत कम होती है, तो यह त्वचा के गहरे संक्रमण, थकान, चक्कर आना, भूख ना लगना, हाथ-पैर में कमज़ोरी आदि का कारण बनता है। यह एक जीवनसाठी खतरनाक स्थिति हो सकती है, इसलिए इसे सही समय पर निपटाने की आवश्यकता होती है।
हाइपोग्लाइसीमिया और इसके लक्षण
हाइपोग्लाइसीमिया एक आम रोग है जो तब होता है जब आपके शरीर के रक्त में ग्लूकोज की मात्रा असामान्य तरीके से कम हो जाती है। यह एक दिन में कई बार हो सकता है और इसके लक्षण व्यक्ति के सामान्य दिनचर्या को बहुत प्रभावित कर सकते हैं।
हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण
हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं: भूख लगने का एहसास, थकान, चक्कर आना, नींद आना, नस्य या माथे में दर्द, दौसरी बातों की अच्छी तरह से समझ में न आना, बातें याद न रख पाना, नस्य या शरीर का कंपन, चिंता या घबराहट, दिखाई देने की शक्ति में कमी, मूत्र या श्वसन की समस्याएं और भूख का अचानक नष्ट होना।
हाइपोग्लाइसीमिया के कारण
हाइपोग्लाइसीमिया के कई कारण हो सकते हैं जैसे डायबिटीज, अधिक-थकान, अल्कोहल पेय, समय पर खाना न खाना या सही मात्रा में न खाना, अराम-से गुजरने का समय बहुत लंबा होना, शरीर के नियमित खाने के समय में अंतर, दवाओं का सेवन, शरीर के बीमार होने या बूढ़े होने के कारण व्यायाम कम करना, या नियमित रूप से व्यायाम न करना।
हाइपोग्लाइसीमिया का इलाज
इस रोग का इलाज करने के लिए विशेषज्ञों ने कई विकल्पों को विकसित किया है। इन विकल्पों में एक नया आशा भरा पहल है जिसे हम आजकल विचारशील इलाज कहते हैं। इस लेख में हम आपको विचारशील इलाज के बारे में बता रहे हैं जो हाइपोग्लाइसीमिया के मरीजों के लिए आशा की किरण बन सकता है।
हाइपोग्लाइसीमिया का इलाज उसके कारण और गंभीरता स्तर पर निर्भर करता है। यहां कुछ सामान्य उपाय दिए गए हैं:
- तुरंत करे ये काम: अगर व्यक्ति को हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण जैसे कि चक्कर आना, थकान, बिना किसी कारण के अचानक भूख लगना, तनाव या थोड़ी देर के लिए अच्छी तरह से सोचने में कठिनाई हो रही है, तो उन्हें तुरंत कुछ मिठा खाना चाहिए, जैसे कि ग्लूकोज की खानी, जेली, या दर्जीन की चाय में चीनी।
- समय पर आहार: एक संन्यासी दैनिक भोजन की समय पर नियमित रूप से खाने की सलाह देते हैं, ताकि रक्त शर्करा स्तर स्थिर रह सके।
- इंसुलिन या अन्य दवाइयों का सही तरीके से उपयोग: हाइपोग्लाइसीमिया के इलाज के लिए अगर व्यक्ति को इंसुलिन या अन्य दवाइयाँ लेनी होती हैं, तो उन्हें उन्हें डॉक्टर की सलाह पर व्यवस्थित रूप से लेनी चाहिए।
- रक्त शर्करा की जांच: अपने रक्त शर्करा स्तर को नियमित रूप से मापते रहें और डॉक्टर के साथ इस पर विचार करें।
- स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली: सही आहार, नियमित व्यायाम, और स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली के पालन से हाइपोग्लाइसीमिया को प्रबंधित किया जा सकता है।
हाइपोग्लाइसीमिया का इलाज हमेशा डॉक्टर की सलाह और मार्गदर्शन के साथ किया जाना चाहिए, क्योंकि इसके कारण और इसकी गंभीरता व्यक्ति के स्वास्थ्य की स्थिति पर निर्भर करती हैं।