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Rabivax-S Vaccine in hindi रेबिवैक्स-एस वैक्सीन उपयोग और साइड इफेक्ट

रेबिवैक्स-एस वैक्सीन (Rabivax-S Vaccine) किसी रेबीज वाले जानवर के काटने के बाद लोगों को इंजेक्शन रूप में दिया जाता है। यह वैक्सीन डॉक्टर की सलाह देखरेख नहीं दिया जाता है यदि कोई अरे बीज वाला जानवर आप को काट लेता है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाएं।

इस वैक्सीन के कुछ सामान्य साइड इफेक्ट हो सकते हैं जैसे जोड़ों का दर्द इंजेक्शन की जगह पर लाल होना या सूजन होना या इंजेक्शन की जगह पर थोड़ा बहुत दर्द होना। यदि इस तरह के साइड इफेक्ट लंबे समय तक बने रहते हैं तो डॉक्टर के पास जरूर जाएं।

Rabivax-S-Vaccine-Uses-in-hind

यदि आपको वैक्सीन से एलर्जी रिएक्शन कभी हुआ है, तो इंजेक्शन लेने से पहले अपने डॉक्टर को जरूर बताएं कुछ अन्य दवाएं भी है, जो रेबीज टीके के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं। इसीलिए अपने डॉक्टर को आपके द्वारा ली जा रही दवाओं के बारे में अवश्य बताएं।

रेबिवैक्स-एस वैक्सीन क्या है (What is Rabivax-S Vaccine)

रेबिवैक्स-एस कंटेंट कंपोजिशन (Rabivax-S Content Composition)

  • Prescription– Required
  • Manufacturer-Serum institute of India ltd
  • Composition (Salt)-Ravies vaccine, Human (2.5IU)
  • Storage– Store in a refrigerator (2.8°C) Don’t Freeze.
  • Chemical class– Vaccine

रेबिवैक्स-एस के उपयोग (Rabivax-S Vaccine Uses)

इसका उपयोग रेबीज से बचाव करने के लिए किया जाता है।

रेबिवैक्स-एस के फायदे (Benifits of Rabivax-S Vaccine)

रेबीज के बीच वायरस के कारण होने वाली एक गंभीर बीमारी है यह संक्रमित जानवरों की लार से फैलता है जो व्यक्ति रेबीज वायरस से संक्रमित होता है उन व्यक्ति को यह वैक्सीन दिया जाता है।

यदि कोई जानवर रेबीज वायरस से संक्रमित है और वह किसी भी व्यक्ति को काट लेता है तो उस व्यक्ति में भी रेबीज होने का खतरा होता है। रेबीज का खतरा ना हो इसलिए यह एंटी रेबीज टीकाकरण करके उस बीमारी से बचा जा सकता है।

रेबिवैक्स-एस इस्तेमाल कैसे करें (How to use Rabivax-S Vaccine)?

इस वैक्सीन का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह और देखरेख में ही दिया जाता है। कृपया स्वयं रेबिवैक्स-एस वैक्सीन का उपयोग ना करें।

रेबिवैक्स-एस काम कैसे करता है (How Rabivax-S Vaccine works) ?

जैसा कि आपको पता है रेबिवैक्स-एस वैक्सीन (Rabivax-S Vaccine) एंटी रेबीज वैक्सीन (Anti-rabies Vaccine) है। यह हमारे शरीर में एंटीबॉडी बनाकर इम्यून सिस्टम को विकसित करने में मदद करता है। एंटीबॉडी वे प्रोटीन होते हैं जो वायरस के कारण होने वाले इन्फेक्शन से सुरक्षा प्रदान करते हैं

रेबिवैक्स-एस दुष्प्रभाव (Rabivax-S Vaccine Side effects)

इस दवा से होने वाले कुछ साइड इफेक्ट है जिन्हें डॉक्टर की सलाह देने की जरूरत नहीं होती है वह साइड इफेक्ट अपने आप ही समाप्त हो जाती है।

  • जोड़ों का दर्द
  • शरीर में दर्द
  • इंजेक्शन वाली जगह पर लाल निशान
  • इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन
  • लिंफ नोड में सूजन

यदि ऊपर बताए गए साइड इफेक्ट आपके शरीर में बने रहते हैं तो डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

खास टिप्स (Safety Advice)

  • रेबिवैक्स-एस वैक्सीन (Rabivax-S Vaccine) रेबीज (Rabies) की रोकथाम के लिए बनाया गया है।
  • इस वैक्सीन को बाहर की मांसपेशियों में इंजेक्शन के रूप में लगाया जाता है।
  • यदि आपको कोई जानवर जैसे कुत्ता, बिल्ली इत्यादि काट लेता है तो काटने के तुरंत बाद एंटी रेबीज वैक्सीन अवश्य लगवाएं।
  • एंटी रेबीज वैक्सीन की खुराक को पूरा अवश्य करें।

सुरक्षा संबंधी सलाह:-

रेबिवैक्स-एस लगाने के बाद अल्कोहल ले सकते हैं?

इस वैक्सीन को अल्कोहल के साथ नहीं लेना है।

क्या गर्भवती महिला को रेबिवैक्स-एस बैक्सीन लगाया जा सकता है?

जानवरों पर किए गए अध्ययनों के अनुसार विकसित हो रहे शिशु पर इसका कम या कोई प्रभाव नहीं पड़ता है हालांकि इसे डॉक्टर की सलाह पर ही दिया जाता है।

स्तनपान करने वाली महिला को रेबिवैक्स-एस लगाया जा सकता है?

किए है शोध के अनुसार यह दवा बच्चों को कोई गंभीर जोखिम नहीं पहुंचाता है।

किडनी की समस्या होने पर रेबिवैक्स-एस लगाया जा सकते हैं?

कृपया अपने डॉक्टर की सलाह लें।

क्या लीवर की समस्या होने पर रेबिवैक्स-एस लगाया जा सकता है

इसके लिए डॉक्टर की सलाह लें।

रेबिवेक्स इंजेक्शन वैक्सीन लेने के बाद ड्राइविंग किया जा सकता है?

हां यह दवा लेने के बाद आप गाड़ी चला सकते हैं लेकिन यदि कोई एब्नार्मल्टी महसूस होती है तो गाड़ी ना चलाएं।

महत्वपूर्ण सवाल:-

रेबीज के लक्षण क्या है?

रेबीज वायरस तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है। रेबीज फ्लू जैसी बीमारी के समान है। जिसमें बुखार सिर दर्द और सामान्य लक्षण पाए जाते हैं। कुछ दिनों के बाद रवीश के लक्षण ब्राह्मण असमान व्यवहार डिलीवरी यम और प्रभावशाली लक्षण देखे जा सकते हैं।

क्या रेबीज का रोकथाम किया जा सकता है?

हां रेबीज का 100 प्रतिशत निदान किया जा सकता है इसके लिए एंटी रेबीज वैक्सीन सभी जगह उपलब्ध है।

रेबीज वायरस कैसे फैलता है?

रेबीज वायरस संक्रमित जानवरों के लार में संक्रमित होता है अगर कोई जानवर या व्यक्ति रेबीज वायरस से संक्रमित है और वह किसी अन्य जानवर या व्यक्ति को काट लेता है तो उसे भी रेबीज का संक्रमण हो सकता है।

रेबिवैक्स-एस वैक्सीन कब लगाया जाता है?

यह वैक्सीन रवि से ग्रसित एनिमल के काटने पर दिया जाता है।

रेबिवैक्स-एस वैक्सीन के साइड इफेक्ट क्या है?

इस वैक्सीन को लेने के बाद सर दर्द बदन दर्द जोड़ों में दर्द और बुखार संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।

कौन से लोग को रेबिवैक्स-एस वैक्सीन नहीं लगा सकते है?

अगर किसी व्यक्ति को गंभीर बीमारी है तो इस दवा का उपयोग ना करें और यदि किसी को इस दवा से संबंधित किसी भी तरह का एलर्जी रिएक्शन है तो इस दवा को ना लें।

रेबिवैक्स-एस वैक्सीन की कितनी डोज लगाई जाती है।

रेबीज वाले जानवर के काटने के बाद यह वैक्सीन तीन टीका के रूप में लगाया जाता है।

इस वैक्सीन के बहुत ही खतरनाक साइड इफेक्ट होते हैं इस रेबिवैक्स-एस वैक्सीन (Rabivax-S Vaccine) को डॉक्टर की सलाह और देखरेख में ही लगाया जाता है कृपया इसे खुद से सलाह लेकर उपयोग में ना लें।

चेतावनी-किसी भी तरह की दवा का सेवन करने से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें। Mybestindia द्वारा दवा के बारे में बताई गई जानकारी उपभोक्ता को शिक्षित करने के लिए है। इस वेबसाइट का यह मतलब नहीं है कि किसी भी दवा को अपने ही द्वारा उपयोग। किसी भी प्रकार की दवा को लेने से पहले कृपया चिकित्सक का परामर्श जरूरी

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