Home स्वास्थ और बीमारी स्वास्थ्य जानकारी थोरैकोस्कोपी क्या है कब, कैसे और क्यों किया जाता है।

थोरैकोस्कोपी क्या है कब, कैसे और क्यों किया जाता है।

क्या है।

थोरैकोस्कोपी एक प्रक्रिया है जिसमें एक आंतरिक परीक्षा, बायोप्सी और फेफड़ों के प्रभावित हिस्सो, फेफड़ों के बीच के क्षेत्र (मिडियास्टिनम) और छाती बुआ की परत और फेफड़ों को गिरने वाली परत (प्ल्यूरा) के रोगों को सर्जिकल तरीके से हटाया जाता है।

थोरैकोस्कोपी प्रक्रिया में छोटी चीजों के माध्यम से सीने में पतली लचीली ट्यूब की प्रविष्टि की जाती है इस ट्यूब एक छोटे फाइबर ऑप्टिक्स कैमरा से लैस होता है। जो डाक्टरों को दृश्य परीक्षण से प्लूरल मीसोथीलियोमा या अन्य बीमारियों के संकेत देती है।

कभी-कभी इस बीमारी के दृश्य संकेत रोग के निदान की पुष्टि नहीं करते निदान की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर प्रक्रिया के दौरान एक बायोप्सी कर सकते हैं और यदि जरूरी हुआ तो प्रभावित मास के इस री सेक्शन के लिए सर्जरी कर सकते हैं।

थोरैकोस्कोपी के प्रकार

समानता दो प्रकार की थोरेकोस्कॉपी प्रक्रिया होती है

  1. सर्जिकल थोरेकोस्कॉपी
  2. मेडिकल थोरेकोस्कॉपी

1. सर्जिकल थोरैकोस्कोपी-पहले बात करने वाले हैं सर्जिकल थोरेकोस्कॉपी के बारे में इस प्रक्रिया में रोग रोगी को सामान्य एनेस्थीसिया के तहत रखने की आवश्यकता होती है। और इसका सुझाव तब दिया जाता है जब थोरेकोस्कोपिक सर्जरी के निदान और उपचार के दोहरे उद्देश्य हो।

2. मेडिकल थोरैकोस्कोपी– मेडिकल थोरेकोस्कॉपी में छोटे चीजों के इस्तेमाल के कारण सर्जिकल थोरेकोस्कॉपी की तुलना में काफी कम इनवेसिव है इस प्रक्रिया का एकमात्र देश पे पड़े छाती गुहा या प्लुरल बुआ की बायोप्सी करना है।

थोरैकोस्कोपी के लिए संकेत क्या है।

चिकित्सा थोरैकोस्कोपी उपचार के लिए संकेत इस प्रकार है।

  • प्लुरोडाइसिस
  • मेसोथेलियोमा के लिए तैयारी।
  • फेफड़ों के कैंसर के लिए
  • पैराइटल प्लुरा की साइड डायरेक्ट बायोप्सी
  • अज्ञात हेतु प्लूरल बहाव का निदान
No tags for this post.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here