WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

2D, 3D, 4D और Colour Doppler अल्ट्रासाउंड क्या है कितने तरह के होते है?

नमस्कार दोस्तों इस जानकारी में हम जाएंगे 2D, 3D, 4D, HD और Colour Doppler अल्ट्रासाउंड क्या होता है यह कितने प्रकार के होते हैं अल्ट्रासाउंड बार बार करना सुरक्षित होता है या नहीं होता है इसके बारे में हम पूरी जानकारी जानेंगे।

अल्ट्रासाउंड क्या है इसके प्रकार

अल्ट्रासाउंड या सोनोग्राफी समस्या और अंगों के अनुसार अलग-अलग तरीके से किया जाता है इसके बारे में पूरी जानकारी हम आगे चलकर जानेंगे।

अल्ट्रासाउंड और सोनोग्राफी क्या है?

अल्ट्रासाउंड: अल्ट्रासाउंड उस मशीन का नाम होता है जिससे शरीर के आंतरिक अंगों का इमेज लिया जाता है यानी कि एक डिवाइस जिसके माध्यम से शरीर के अंदर के भागों की एक छवि बनाई जाती है।

सोनोग्राम: सोनोग्राम वह इमेज है जो अल्ट्रासाउंड मशीन लेता है जो अल्ट्रासाउंड मशीन इमेज शरीर के अंगों का बनता है उसे सोनोग्राम कहते हैं।

सोनोग्राफ: जो हमें रिपोर्ट के साथ हमारे अंगों का एक ब्लैक एंड व्हाइट इमेज मिलता है उसे सोनोग्राम कहते हैं।

सोनोग्राफी अल्ट्रासोनोग्राफी: सोनोग्राफी अल्ट्रासोनोग्राफी उस प्रक्रिया को कहते हैं जिससे हमारे शरीर में बीमारी का पता लगाया जाता है यानी कि अल्ट्रासाउंड से इमेज लेने की जो पूरी प्रक्रिया होती है उसे सोनोग्राफी या अल्ट्रा सोनोग्राफी बोलते हैं।

ये भी पढ़ें: Pregnancy Ultrasound- गर्भावस्था में अल्ट्रासाउंड सोनोग्राफी कब किया जाता है ?

USG क्या होता है?

USG का पूरा नाम Ultra Sonography होता है जिसे डॉक्टर पर्ची पर USG लिखकर आपको जांच करवाने के लिए बोलते हैं तो यदि आपका पर्ची पर USG लिखा है तो आपको अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए रेफर किया गया है।

USG सोनोग्राफी टेस्ट क्या है?

सोनोग्राफी एक प्रकार का रेडियोलॉजी टेस्ट है जिसमें हाई फ्रिकवेंसी साउंड वेव का इस्तेमाल करके शरीर के आंतरिक अंगों का इमेज लिया जाता है। जिसे हमारे आंतरिक अंकों में यदि कोई समस्या होती है तो उसका पता लगाया जाता है।

अल्ट्रासाउंड की मतलब की बात करें तो जिसमें अल्ट्रा का मतलब होता है बहुत ज्यादा और साउंड का मतलब होता है ध्वनि तरंग यानी कि ऐसी प्रक्रिया जिसमें बहुत ज्यादा ध्वनि तरंगों का इस्तेमाल हो अल्ट्रासाउंड कहा जाता है।

ये भी पढ़ें: 3डी एंजियोप्लास्टी क्या है, बाईपास सर्जरी से बचने के लिए इस उपचार के लाभ

अल्ट्रासाउंड मशीन कैसे काम करता है।

अल्ट्रासाउंड मशीन एक प्रकार का डिवाइस होता है जिसमें ट्रांसड्यूसर होता है, आपने देखा होगा डॉक्टर इसी ट्रांसड्यूसर को हाथों में लेकर आपके अंगों की जांच के लिए उसे आपके एब्डोमिनल पर घूमते हैं। तो इसी डिवाइस के द्वारा हमारे शरीर में हाई फ्रिकवेंसी साउंड वेव छोड़ा जाता है जिससे साउंड वेव टकराकर अंगों से वह हलचल पैदा करके वापस आता है जिससे हमारे आंतरिक अंगों का डिवाइस द्वारा इमेज को कैप्चर कर लिया जाता है।

अल्ट्रासाउंड कई तरह के होते हैं मरीज की समस्या और बीमारी के अनुसार शरीर के अलग-अलग हिस्सों का होता है लेकिन सबसे ज्यादा प्रेगनेंसी और पेट का अल्ट्रासाउंड होता है इसके अलावा हृदय, बेस्ट, नेक, गांठ के लिए भी अल्ट्रासाउंड होता है।

चलिए अब हम लोग जान लेते हैं 2D 3D 4D और एचडी अल्ट्रासाउंड क्या होता है।

2D अल्ट्रासाउंड क्या होता है?

2D अल्ट्रासाउंड का मतलब होता है, टू डाइमेंशनल अल्ट्रासाउंड, यह सबसे बेसिक अल्ट्रासाउंड है इसमें जो भी अंग का इमेज बनता है वो टू डाइमेंशनल लिया जाता है इसमें किसी भी अंग का इमेज ब्लैक एंड व्हाइट में दिखता है जिस हिस्से का इमेज लिया जाता है वह एक तरफ से फ्लैट लिया जाता है इसे अंग का एक ही तरफ का इमेज बनता है।

3D अल्ट्रासाउंड क्या है?

2D अल्ट्रासाउंड की तरह 3D अल्ट्रासाउंड में भी इंटरनल ऑर्गन या प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे का इमेज लिया जाता है हालांकि 3D अल्ट्रासाउंड में इंटरनल ऑर्गन या बच्चे की थ्री डाइमेंशनल इमेज बनता है जो ज्यादा क्लियर दिखता है इसमें ब्लैक एंड वाइट की जगह गोल्डन कलर का इमेज बनता है। इसमें अंग या किसी भी हिस्से में जो भी एब्नार्मेलिटी होती हैं वह क्लियर पता चल जाती हैं।

4D अल्ट्रासाउंड क्या है?

4D अल्ट्रासाउंड में किसी भी अंग या प्रेगनेंसी के दौरान बच्चों का अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट क्लीयरली साफ दिखता है क्योंकि इसमें चार डाइमेंशनल होता है तो इसमें इमेज क्लीयरली दिखाई देगा। इस अल्ट्रासाउंड में को कोई भी प्रेगनेंसी में करवाते हैं तो बच्चे का मूवमेंट भी क्लीयरली दिखाई देता है।

5D या HD अल्ट्रासाउंड क्या है?

और यह जो 5D यानी की एचडी अल्ट्रासाउंड होता है इसमें बहुत ही ज्यादा क्लियर अंगों का इमेज बनता है प्रेगनेंसी के दौरान यह जांच यदि करवाते हैं तो इसमें बिल्कुल भी क्लियर साफ इमेज आपको बच्चे का दिखाई देगा। यह बहुत ही एडवांस तकनीक है लेकिन यह सब जगह नहीं होता है बहुत ही कम किया जाता है।

कलर डॉपलर अल्ट्रासाउंड क्या है?

कलर डॉकर अल्ट्रासाउंड नसों या किसी भी अंग में ब्लड फ्लो के दबाव को देखने के लिए किया जाता है कि उसे अंग में या नस में या आर्टरी में ब्लड फ्लो कैसा है। उसे देखने के लिए कलर डॉक्टर अल्ट्रासाउंड किया जाता है जैसे प्रेगनेंसी के दौरान बच्चों का हार्ट या नसों में ब्लड का फ्लो सही से हो रहा है या नहीं हो रहा है। इन सब चीजों का पता लगाने के लिए या किसी भी अंग के ब्लड फ्लो सही से हो रहा है या नहीं हो रहा है उसे देखने के लिए कलर डॉपलर अल्ट्रासाउंड करवाया जाता है। कलर डॉक्टर अल्ट्रासाउंड में ब्लड फ्लो ब्लू और रेड कलर में दिखाई देता है।

ECHO Heart अल्ट्रासाउंड

हार्ट यानी कि हृदय का स्ट्रक्चर और उसके फंक्शन को देखने के लिए एक यानी कि अल्ट्रासाउंड ऑफ हार्ट किया जाता है इसके माध्यम से हार्ट में फंक्शन का टेस्ट और ब्लड का फ्लो क्लीयरली पता चलता है।

इसमें देखा जाता है कि हार्ट का चैंबर ठीक है या नहीं है हार्ट का पंप यानी कि ब्लड फ्लो सही से हो रहा है या नहीं हो रहा है देखा जाता है तो इस तरह की अल्ट्रासाउंड को ECHO अल्ट्रासाउंड बोला जाता है।

फेटल अल्ट्रासाऊंड क्या है?

फेटल ultrasound वह होता है जो बच्चे के ग्रोथ को देखने के लिए किया जाता है।

एब्डोमिनल अल्ट्रासाऊंड क्या है?

आजकल सबसे ज्यादा अल्ट्रासाउंड एब्डोमिनल अल्ट्रासाऊंड किया जाता है जिसके माध्यम से लीवर, गॉलब्लैडर, पेनक्रियाज, किडनी और ओवरी, यूट्रस, प्रोटेस्ट में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर, एब्डोमिनल अल्ट्रासाऊंड किया जाता है इसके माध्यम से गाल ब्लैडर में स्टोन लीवर में सूजन किडनी में स्टोन पेनक्रियाज में समस्या यूट्रस में गांठ प्रोटेस्ट की समस्या होने पर इस अल्ट्रासाउंड को किया जाता है।

TVS सोनोग्राफी क्या है?

टीवीएस यानी कि ट्रांस वेजाइनल सोनोग्राफी वेजाइनल के थ्रू इंसर्ट करके देखा जाता है कि ओवरी या ब्लैडर या प्राइवेट ट्यूब ठीक है या नहीं है उसको देखने के लिए फीमेल में ट्रांस डिजाइनर सोनोग्राफी किया जाता है।

एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाऊंड क्या है?

यह भी एक तरह का अल्ट्रासाउंड होता है जिसे एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाऊंड जो हमारे अपर डाइजेस्टिव ट्रैक को देखने के लिए किया जाता है।

ट्रांसफर रेक्टल अल्ट्रासाउंड क्या है?

यह भी एक तरह का अल्ट्रासाउंड होता है जो पेनिस के रास्ते से उसके थ्रू इंसर्ट करके प्रोस्टेट और प्रोस्टेट से संबंधित समस्याओं को चेक करने के लिए किया जाता है।

मस्कलो स्केलेटल अल्ट्रासाउंड क्या है?

मस्कलो स्केलेटल अल्ट्रासाउंड मसल्स में होने वाली समस्या जैसे अर्थराइटिस, जॉइंट, लिगामेंट में किसी भी तरह की समस्या इंजरी होने पर किया जाता है।

ब्रेस्ट अल्ट्रासाउंड क्या है?

ब्रेस्ट में यदि गांठ हो जाता है या ब्रेस्ट में होने वाले किसी भी समस्या को चेक करने के लिए बेस्ट अल्ट्रासाऊंड किया जाता है।

अल्ट्रासाउंड टेस्ट सुरक्षित है या नहीं

अल्ट्रासाउंड सुरक्षित है अल्ट्रासाउंड से कोई नुकसान नहीं होता है इसका मुख्य कारण है इसमें साउंड वेव का इस्तेमाल किया जाता है जबकि एक्स-रे और सीटी स्कैन में एक-रे किरण का इस्तेमाल किया जाता है जो की एक रेडिएशन होता है तो आपको अल्ट्रासाउंड करने में किसी प्रकार की समस्या नहीं हो सकती।

प्रेगनेंसी में अल्ट्रासाउंड सुरक्षित है या नहीं

प्रेगनेंसी में अल्ट्रासाउंड बार-बार करने पर कोई समस्या नहीं होता है लेकिन जब जरूरत हो तभी करना चाहिए।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Share on:

Leave a Comment