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डेंगू बुखार के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय क्या है?

- आज हम आपको बताएंगे कि बुखार क्या है और डेंगू बुखार के क्या है ? डेंगू बुखार से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए।

डेंगू बुखार लक्षण कारण और बचाव

डेंगू बुखार (Dengue fever)

डेंगू बुखार को सामान्यता अस्थि भंग बुखार के नाम से भी जाना जाता है। डेंगू ज्वर एक भयानक फ्लू- सदृश् बीमारी है। यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्र का रोग है, जो डेंगू विषाणु से फैलता है। डेंगू बुखार Aedes aegypti नामक मच्छर से फैलता है।

बुखार आना, सिर दर्द पेशियों व जोड़ों में दर्द इसके प्रमुख लक्षण हैं। साथ ही पर विशेष निशान /चकत्ते पढ़ते हैं, जिनकी तुलना खसरा से की जाती है। यह रोग अत्यंत घातक हिमोरहजिक बुखार उत्पन्न करता है जिसके परिणाम स्वरूप रुधिर स्त्राव, रुधिर प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट तथा रुधिर प्लाज्मा निकलने की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

डेंगू वाइरस()

डेंगू वायरस एक प्रकार का आर. एन. ए. वायरस है जो कुल विरिविरादी(family-viriviridae) एवं वंश फ्लेविवाइरस(genus-flavivirus) का सदस्य होता है। इसी संघ के अन्य वायरस वायरस हैं जो आर्थोपोडस (मच्छर) द्वारा संचालित होता है। डेंगू वायरस का जिनोम/ अनुवांशिक पदार्थ( genetic material) लगभग 11000 न्यूक्लिओटाइडस क्षारक(nucleotide bases) का बना होता है। जिससे तीन प्रकार के प्रोटीन अणु (protein molecules) होते है और वायरस कण का निर्माण करते है।

वायरस के पांच स्ट्रेन( strain) होते हैं जिन्हें सिरोटाइप( serotype) कहते हैं। इनमें से प्रथम चार DENV-1, DENV-2, DENV-3 एवं DENV-4है।सन 2013 में पांचवें ट्रेन की घोषणा हुई।

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ऐडिस एजिप्टी/डेंगू मच्छर की विशेषताएं(Special features of Aedes aegypti Mosquito)

1)डेंगू मच्छर दिन के समय अधिक सक्रिय होता है।

2)डेंगू मच्छर के शरीर पर चीते के समान धारियां होती हैं।

3)डेंगू मच्छर अधिक ऊंचाई तक उड़ने में सक्षम नहीं होता है।

4)डेंगू मच्छर शीतल व छायादार स्थानों पर रहना अधिक पसंद करते हैं।

5)डेंगू मच्छर पर्दे के पीछे या अंधेरे स्थानों पर छुप कर रहते हैं।

6)डेंगू मच्छर घर के भीतर रखे शीतल जल में प्रजनन करते हैं।

7)डेंगू मच्छर अपने प्रजनन क्षेत्र के लगभग 200 मीटर की दूरी तक ही उड़ते हैं।

8)संग्रह पात्र / स्थान का जल सूख जाने के बाद भी इसके अंडे 12 महीने तक जीवित और सुरक्षित रहते हैं।

डेंगू बुखार के लक्षण ( Symptoms of Dengue fever)

जब संक्रमित डेंगू मच्छर काटता है तो रोगी में 14 दिनों के अंदर या उसके बाद डेंगू बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं। डेंगू बुखार के प्रमुख लक्षण निम्न हैं-

  • पीड़ित रोगी को तेज ठंडी लगती है और बुखार आता है।
  • पीड़ित रोगी के सिर में दर्द शुरू हो जाता है।
  • पीड़ित रोगी की आंखों में दर्द होता है।
  • पीड़ित रोगी को बदन दर्द का जोड़ों में दर्द होता है।
  • पीड़ित व्यक्ति का जी-मचलता है उल्टी आती है।
  • पीड़ित रोगी को भूख नहीं लगती है।
  • पीड़ित व्यक्ति के त्वचा पर लाल चकत्ते बन जाते हैं।
  • डेंगू हमोरहजिक बुखार की गंभीर स्थिति में आंख तथा नाक में से रक्त निकलने की संभावना होती है।

डेंगू बुखार की जैविक रोकथाम(Biological Prevention of Dengue fever)

डेंगू मच्छरों की रोकथाम के लिए ‘ कुप्पिज' जैसी मछलियों का उपयोग किया जाता है जो डेंगू मच्छरों के छोटे लड़का को भोजन के रूप में ग्रहण करती हैं। इस प्रकार की मछलियों को तालाबों या नालो से एकत्रित किया जा सकता है या मछली विक्रेताओं से खरीदा जा सकता है। इन मछलियों को ऐसे स्थानों पर छोड़ दिया जाता है जहां डेंगू मच्छर के लारवा विकसित होते हैं। जीवाणु कीटनाशक का प्रयोग मच्छरों को मारने के लिए किया जाता है।

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डेंगू बुखार से बचाव के उपाय (Methods of Safety of Dengue Fever)

  • घर के भीतर व आसपास के क्षेत्रों में जल का संग्रह ना होने दें।किसी भी खुले बर्तन में जल ना रखें यदि जल रखना आवश्यक हो तो सदैव ढक कर ही रखें।
  • बर्तन को खाली ना रखें, बर्तन को उल्टा कर कर ही रखें।
  • जल के बर्तन को पहले साबुन और जल से अच्छी तरह धो लेना चाहिए ताकि मच्छर द्वारा पहले से दिए गए अंडों को हटाया जा सके।
  • कूलर के उपयोग के समय कूलर काजल नियमित रूप से बदलना चाहिए।
  • घर की खिड़कियों व दरवाजों में जालीदार दरवाजों की व्यवस्था होनी चाहिए, शाम होने से पहले ही जालीदार दरवाजों को बंद कर देना चाहिए
  • ऐसे कपड़े पहने जो पूरे शरीर को ढक सके
  • यदि आपके बच्चे खुले स्थानों पर खेलने जाते हैं तो उनके शरीर के बिना कपड़ों से ढके भागों पर मच्छरों से बचाव की क्रीम लगा दें और यदि संभव हो तो उसे पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े ही पहना है।
  • रात को मच्छर विरोधी उपकरणों का प्रयोग अवश्य करें जैसे- Electric mosquito bat, repellent cream, sprays आदि।

डेंगू मच्छर कैसे स्थानों पर रहना ज्यादा पसंद करते हैं?

डेंगू मच्छर अंधेरे तथा ठंडी स्थानों पर रहना ज्यादा पसंद करते हैं।

डेंगू बुखार के लक्षण कितने दिनों तक रहते है?

संक्रमित होने के बाद इसके लक्षण 3 से 14 दिनों तक रहते हैं।

डेंगू फैलने से कैसे रोका जा सकता है?

गमलों में तथा घर के आसपास पानी एकत्रित ना होने दें। कूलर का पानी नियमित रूप से बदलना चाहिए।

डेंगू मच्छर दिखने में कैसा होता है?

डेंगू मच्छर पर चीते के समान धारियां होती हैं।

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