रूइबोस टी- विश्वभर में हर्बल टी की मांग तेजी से बढ़ रही है क्योंकि यह चाय की तलब को दूर करने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिहाज से भी फायदेमंद होती है।
रूइबोस टी इन्हीं हर्बल टी में से एक है। यह कई ऐसे गुणों से समृद्ध होती है जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

आइए आपको इस चाय को बनाने का तरीका और इसके सेवन से मिलने वाले फायदों के बारे में बताते हैं।
रेसिपी रूइबोस टी बनाने का तरीका
सामग्री:
एक से दो कप पानी, रूइबोस पौधे की कुछ पत्तियां, पीले रंग के फूल और स्वादानुसार शहद (वैकल्पिक)।
रेसिपी:
सबसे पहले एक पैन में पानी उबालें और फिर इसमें रूइबोस की पत्तियां और पीले फूल डालें। इसके बाद करीब 5 से 10 मिनट तक पानी को उबलने दें।समय पूरा होने के बाद गैस बंद कर दें और चाय को कप में छान लें। अब इसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें।
#1 हृदय के स्वास्थ्य के लिए है लाभदायक
अगर आप रोजाना एक कप रूइबोस टी का सेवन करतेहैं तो यह आपको हृदय रोगों से बचाने में काफी मदद कर सकती है।
रिसर्चगेट की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, रूइबोस टी में कार्डियोप्रोटेक्टिव यानी हृदय को रोगों से सुरक्षा प्रदान करने वाले गुण मौजूद होते हैं।इसके अतिरिक्त यह चाय ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करके भी हृदय को स्वस्थ रखने में सहायता प्रदान कर सकती है।
#2 मधुमेह ग्रसितों के लिए है बेहद लाभकारी
मधुमेह के जोखिमों को कम करने में भी रूइबोस का सेवन कारगर है।
#3 अनिद्रा की समस्या से दिलाएं छुटकारा
रिसर्चगेट की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि रूइबोस टी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-स्ट्रेस गुण शामिल होते हैं जो तनाव कम करके अच्छी नींद देने में मदद करते हैं। इसलिए अगर आपको या आपके परिवार में से किसी व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या है तो सामान्य चाय को छोड़ रोजाना रूइबोस टी का सेवन करना शुरू कर दें।इससे अनिद्रा की समस्या जल्द खत्म हो जाएगी।
#4 कैंसर के दुष्प्रभावों से बचाने में भी है सहायक
रूइबोस टी कैंसर जैसी घातक बीमारी के जोखिमों को कम करने में भी मदद कर सकती है।एक शोध के मुताबिक, इस चाय में एंटी-कैंसर गुण होते हैं जो कैंसर फैलाने वाले कोशिकाओं को पनपने से रोकते हैं। इसके साथ ही इसमें कई तरह के फेनोल्स, फ्लेवोनोइड और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं जो कैंसर का खतरा कम करने में मदद कर सकते हैं।
हालांकि कैंसर मरीज डॉक्टर की सलाह के बाद हीरूइबोस टी का सेवन करें।
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