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Triglycerides कम करने का आसन तरीका, ट्राइग्लिसराइड बड़ने पर क्या करें?

नमस्कार दोस्तों Triglycerides कम करने के आसान तरीके आज मेरी जानकारी में आपको बताने वाले हैं, दोस्तों ट्राइग्लिसराइड का बड़ना हमारे हार्ट के लिए बहुत ही खतरनाक होता है यदि आपका ट्राइग्लिसराइड बड़ा हुआ है तो Triglycerides को कम करने का सबसे आसान और नेचुरल तरीका क्या है क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए ट्राइग्लिसराइड क्या है नॉर्मल ट्राइग्लिसराइड कितना होना चाहिए ट्राइग्लिसराइड के बढ़ने से क्या-क्या समस्याएं होती हैं यह सब चीजों के बारे हम जानेंगे।

Triglycerides कम करने का आसन तरीका, ट्राइग्लिसराइड बड़ने पर क्या करें?

सबसे पहले हम लोग जानते हैं ट्राइग्लिसराइड क्या होता है

ट्राइग्लिसराइड क्या है What is Triglycerides in Hindi

ट्राइग्लिसराइड एक प्रकार का फैट होता है जो कोलेस्ट्रॉल और lipid होता है लिपिड का पार्ट होता है, हालाकि ट्राइग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल अलग-अलग होता है ट्राइग्लिसराइड का में सोर्स वह हमारे खाने में मौजूद फैट और कार्बोहाइड्रेट होता है लेकिन कोलेस्ट्रोल का में सोर्स हमारा लीवर खुद बनाता है हमारे शरीर को जितना कोलेस्ट्रॉल चाहिए होता है 80% लिवर बनता है बाकी 20% कोलेस्ट्रॉल खाने से बन जाता है।

  • ट्राइग्लिसराइड एक प्रकार का लिपिड फैट होता है
  • ट्राइग्लिसराइड का सोर्स खाना होता है जिसमें फैट और कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है यानी की ऑयली पदार्थ खाने से ट्राइग्लिसराइड की मात्रा बढ़ती है।
  • खाना पचाने के बाद खाने में मौजूद कैलोरी यानी की फैट और कार्बोहाइड्रेट को हमारी बॉडी एनर्जी के रूप में कंज्यूम करती है।

लेकिन जब खाने में मौजूद कैलरी ज्यादा हो जाती है जितना हमारे शरीर को चाहिए उससे ज्यादा हो जाती है तो बची हुई कैलोरी हमारे शरीर में ट्राइग्लिसराइड में कन्वर्ट हो जाती है। हालांकि कुछ मात्रा में हमारे शरीर को Triglycerides Energy के रूप में कन्वर्ट होता है जिससे वह जरूर होने पर इस्तेमाल कर सके जब हमारे शरीर में एनर्जी कमी होती है तो वह ट्राइग्लिसराइड एनर्जी के रूप में कन्वर्ट होकर हमारे शरीर को ऊर्जा देने का काम करता है।

लेकिन जब शरीर में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा धीरे-धीरे ज्यादा हो जाता है तो यह हमारे हार्ट के लिए सही नहीं होता है इसके बाद यह हमारी बॉडी में फैट सेल्स के रूप में रहता है जिससे हमारे शरीर में फैट की मात्रा अधिक हो जाती है।

ट्राइग्लिसराइड टेस्ट (Triglycerides Lab Test)

ट्राइग्लिसराइड हमारे शरीर में कितना है कम है या ज्यादा है इसके लिए हमें ब्लड टेस्ट करवाना होता है जो लिक्विड प्रोफाइल टेस्ट का एक पार्ट होता है जैसे कोलेस्ट्रॉल होता है।

इसके लिए हमेशा खाली पेट ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए होता है क्योंकि खाने के बाद हमारे शरीर में ट्राइग्लिसराइड बढ़ जाता है इसीलिए लिपिड प्रोफाइल टेस्ट जब भी करवाए खाली पेट का ब्लड सैंपल अच्छा माना जाता है।

ट्राइग्लिसराइड टेस्ट कीमत (Triglycerides Test Price)

ट्राइग्लिसराइड टेस्ट की कीमत ₹200 होता है आप इसे अपने नजदीकी पैथोलॉजी में करवा सकते हैं लेकिन इसका कीमत अलग-अलग जगह पर कम या ज्यादा भी हो सकता है। और इसका रिपोर्ट जो है एक ही दिन के अंदर में आपको मिल जाता है।

ट्राइग्लिसराइड नॉर्मल स्तर (Triglycerides Normal Range)

ट्राइग्लिसराइड के नार्मल रेंज की बात करें तो यह 150mg/dl से कम होना चाहिए जिससे यह नॉर्मल माना जाता है। लेकिन यदि यह 150 से 199mg/dl हो जाता है तो इसे बॉर्डर लाइन माना जाता है। और यदि हमारे शरीर में Triglycerides की मात्रा 200 से 499mg/dl हो जाता है तो यह हाई माना जाता है यानी कि इसे ज्यादा माना जाता है। और यदि हमारे शरीर में Triglycerides की मात्रा 500mg/dl और उसे अधिक हो जाता है तो इसे क्रिटिकल यानी की बहुत ज्यादा माना जाता है इसके लिए आपको जल्दी से अपना इलाज करवाना चाहिए।

ट्राइग्लिसराइड बढ़ने से क्या-क्या समस्या होती है?

यदि आपके शरीर में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा बढ़ा हुआ है तो आपके शरीर में क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं चलिए इनके बारे में एक-एक करके जान लेते हैं।

ट्राइग्लिसराइड की मात्रा बढ़ने पर यह हमारे शरीर में आर्टी में ब्लॉकेज पैदा करता है इस हमारे शरीर में खून में रुकावटें होती हैं।

हार्ट की आर्टी में ब्लॉकेज होने से, स्टॉक हार्ट अटैक कार्डियक अरेस्ट तथा हार्ट से संबंधित दूसरी बीमारी होने की संभावना हो सकती है यानी कि हमारे हार्ट को सप्लाई करने वाली जो ब्लड आर्टरी होती हैं उसमें जमा हो जाता है जिसके कारण हमारे हार्ड को ब्लड सप्लाई नहीं हो पता। जिसके कारण गंभीर समस्याएं हो जाती हैं।

ये भी पढ़ें: Vitamin D Test क्या है कैल्शियम का टेस्ट कैसे कब और क्यों किया जाता है?

ट्राइग्लिसराइड बढ़ने के क्या-क्या कारण होते हैं

1.अधिक वसा युक्त चीजों का सेवन Oily and Faty Food

ट्राइग्लिसराइड बनने का मैं सोर्स भोजन होता है खाने में मौजूद है कार्बोहाइड्रेट शुगर हमारे शरीर में कन्वर्ट होकर Triglycerides बनता है। तो ट्राइग्लिसराइड बढ़ने का मुख्य कारण होता है ऑयली खाना जितना हम तला, भुना चीज खाएंगे ट्राइग्लिसराइड की मात्रा बढ़ेगा

2.अधिक मात्रा में चीनी का सेवन (sugar aur carbohydrate)

यदि आप अधिक मात्रा में शुगर और कार्बोहाइड्रेट वाली चीज खाते हैं तो यह सभी एनर्जी के रूप में हमारे शरीर में ट्राइग्लिसराइड के रूप में कन्वर्ट हो जाते हैं।

3.शराब का सेवन

शराब के सेवन से भी ट्राइग्लिसराइड की मात्रा शरीर में बढ़ जाती है।

4.स्मोकिंग करने पर

स्मोकिंग में सिगरेट पीढ़ी इत्यादि चीजों से भी हमारे बॉडी में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा बढ़ती है

5.अस्वस्थ डाइट लेना Unhealthy Diet

अस्वस्थ डाइट यानी की यदि आप ज्यादा भुना हुआ तला हुआ कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन लेते हैं तो आपके शरीर में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा बढ़ेगी।

6.शारीरिक रूप से अक्रिय होना (Physical inactive)

शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए फिजिकल एक्टिविटी जैसे योग, उन एक्सरसाइज करना जरूरी है यदि एक्सरसाइज करते हैं तो आपके शरीर में Triglycerides की मात्रा काम होता है। क्योंकि यदि जो एनर्जी आप ले रहे हैं वह एनर्जी का इस्तेमाल नहीं होगा तो आपके शरीर में एनर्जी ट्राइग्लिसराइड में कन्वर्ट होकर नुकसान देह साबित होगा।

ट्राइग्लिसराइड कम कैसे करें?

Triglycerides कम करने से पहले आपको यह जानना जरूरी है कि ट्राइग्लिसराइड बढ़ने के क्या-क्या कारण होते हैं। जैसा कि हमने बताया ट्राइग्लिसराइड बढ़ने का मुख्य कारण होता है।

हमारा खाना यानी कि खाने में यदि आप वसा यानी की तैलीय पदार्थ और कार्बोहाइड्रेट वाली चीजे ज्यादा खाते हैं तो उसके लेने से Triglycerides बढ़ जाता है। तो इन चीजों को हमें काम करना होगा। कैलोरी की मात्रा कम करनी होगी और जो हमारी बॉडी में कैलोरी है उसे यूटिलाइज करना होगा यानी कि खर्च करना होगा।

जिससे हमें रोज प्रतिदिन 20 से 25 मिनट तक एक्सरसाइज करना चाहिए। कोई भी एक फिजिकल एक्टिविटी आपको 20 से 25 मिनट तक करनी चाहिए जैसे साइकलिंग हो गया, रनिंग हो गया, वॉकिंग हो गया इत्यादि।

यदि आपका ट्राइग्लिसराइड बढ़ा हुआ है तो आपको खाने में 20 से 25% कैलोरी कम लेना चाहिए यानी की आपको तेलियां चीज तो बिल्कुल नहीं खाना है और जो भी खाना खाते हैं उसमें 20-25 परसेंट को कम कर देना है यदि आपका वजन ज्यादा है तो।

खाने में यदि आप चार रोटी खाते हैं तो आपको दो या तीन ही रोटी खाना है यदि चावल 2 कटोरी कहते हैं तो एक ही कटोरी खाएं और यदि आप स्ट्रीट फूड जैसे बर्गर के लिए बना हुआ चीज ज्यादा खाते हैं तो उसे बंद कर देना है। कुल मिलाकर आपके शरीर में कैलोरी कम देना है

वजन कम करना: और यदि आपका वजन ज्यादा है तो अपने वजन को काम करना है, आपका औसतन वजन कितना होना चाहिए इसके बारे में आप किसी डॉक्टर एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं।

शुगर युक्त खाद्य पदार्थ: मीठा जैसे जितने भी शुगर और कार्बोहाइड्रेट वाली चीज हैं उसे आपको अवॉइड करना है जैसे मिठाई, चीनी, कोल्ड ड्रिंक और पिज़्ज़ा नहीं खाना है।

नॉनवेज: नॉनवेज चीजों में बताया जाता है कि इसमें फैट और कैलोरी की मात्रा अधिक पाई जाती है तो इसे भी आपको बंद कर देना है।

डेरी प्रोडक्ट: जैसे क्रीम बटर चीज इत्यादि चीजों को भी यदि आपका ट्रायंगल साइड बड़ा है तो नहीं खाना है।

प्रोसीड और पैकेज फूड नहीं खाना चाहिए: प्रोसीड और पैकेज फूड यानी की बैंड चीज जैसे कुरकुरे चिप्स नमकीन यह सब चीज बंद कर देना है।

तो यह हमारी जानकारी आपको कैसी लगी हमने जानकारी में टाइगर साइड के बारे में मैं बताया Triglycerides क्या है कैसे बढ़ता है कम करने के तरीके बताएं, कोई जानकारी संबंधित कुछ पूछना है तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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