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शरीर में दवा कैसे काम करता है जाने पूरा प्रोसेस (How the medicine works in the body)?

शरीर में दवा कैसे काम करता है। दवा केमिकल या बायोलॉजिकल पदार्थ होती है जो शरीर और उसके कार्यों को प्रभावित करती है। चलिए आज की जानकारी में हम समझते हैं दवा हमारे शरीर में कैसे कार्य करती है। कई बार हम सरदर्द, खांसी या कोई बीमारी होने पर दवाई लेते हैं।

जैसे ही आपको जिस तरह की तकलीफ है उसी प्रकार से हम दवा लेते हैं इसके थोड़ी देर बाद हम उस दर्द और तकलीफ से ठीक हो जाते हैं। पर क्या आपने कभी सोचा है, कि कोई भी दवा हमारे बॉडी में कैसे काम करती है। कैसे एक पेन किलर लेने से आपका सर दर्द, बदन दर्द कुछ समय में ही ठीक हो जाता है।

शरीर में दवा कैसे काम करता है

बचपन से लेकर अब तक हम सभी ने बीमार होने पर दवा खाई है पर शायद आपने इसके बारे में नहीं सोचा कि शरीर में दवा किस तरह कार्य करती है। जिस कारण हम ठीक हो जाते हैं तो चलिए इस जानकारी में हम जानते हैं दवा हमारे शरीर में कैसे कार्य करती हैं।

शरीर में दवा कैसे काम करता है (How does Medicine Work in Our Body)?

1.अवशोषण (Absorption)

जब भी कोई भी दवा खाई जाती है तो सबसे पहले उसका अवशोषण होता है। दवा खाने के बाद सबसे पहले आपके पेट में जाती है जहां पर यह छोटे-छोटे कणों में टूट जाती है और यह उसके बाद छोटी आत में जाती है।

छोटी आत में पित्त और अग्न्याशय के श्राव दवा के साथ मिल जाते हैं। और छोटी आत की सतह पर छोटी-छोटी सिलवटें होते हैं जिन्हें वेसल्स कहते है। सभी वेसल्स में ब्लड कैपिलरी होती हैं। यहीं पर जो हम खाते हैं उसका अवशोषण होता है। दवा का अवशोषण तब होता है जब वह खून में प्रवेश होता है। और खून में दवा का अवशोषण होने पर यह पूरे शरीर में फैल जाता है। तू यहां पर हमारे शरीर में दवा का अवशोषण वाला प्रोसेस कंप्लीट हो जाता है।

2.वितरण (Distribution)

दवा एब्जॉर्ब होके हमारे खून में जाता है। कहा पर ब्लड प्लाजमा में एल्ब्यूमिन नाम के अणु होते हैं। एल्बुमिन पोषक तत्वों से जुड़कर दवा को पूरे शरीर में पहुंचा देता है। जब भी कोई दवा का अवशोषण ब्लड में होता है तो वह एल्ब्यूमिन के साथ मिलकर पूरी शरीर में डिस्ट्रीब्यूटर हो जाता है। कुछ दवा की मात्रा जो एल्ब्यूमिन से जुड़े हुए होते हैं उन्हें लीवर फिल्टर करके शरीर से बाहर निकाल लेता है। केवल कुछ शेष दवा की मात्रा शरीर में फैल कर अपना काम कर पाते हैं। तो यहां पर दवा का वितरण वाला प्रोसेस कंप्लीट हो जाता है।

3.चयपचय (Metabolism)

दवा शरीर में कैसे काम करती है इसका अगला पड़ाव है मेटाबॉलिज्म दवा की यात्रा का अगला पड़ाव खून के साथ मिलकर दवा नस के माध्यम से लीवर में जाता है और लिवर एक फिल्टर की तरह कार्य करता है। दवा को शरीर में फैलने से पहले मेटाबोलाइज कर देता है। दवा की बहुत कम मात्रा ही आगे बच पाते हैं और इंफेक्शन वाली जगह पर पहुंचते हैं। आपका शरीर दबा को इतना फिल्टर करता है कि उसकी ली गई मात्रा का 68% ही चोट या इंफेक्शन वाली जगह पर कार्य कर पाती है। इस प्रतिशत को दवा की बायोअवेलेबिलिटी कहा जाता है।

4.कार्य (Action)

हमारे शरीर में दवा कैसे काम करती है उसका अगला चरण है दवा हमारे शरीर में अब हम उस जगह पहुंच चुके हैं जहां पर हमें चोट लगी है या इंफेक्शन हुआ है। यदि हमें चोट लगी है तो वहां पर प्रोस्टाग्लैंडइन नाम का केमिकल बनता हैं। जो सूजन पैदा कर रही है। प्रोस्टाग्लैंडइन स्किन मैं मौजूद नसों को सिग्नल भेजता हैं जो दर्द का एहसास देने के लिए जिम्मेदार होते हैं। दवा के दवा के अणु कोन के माध्यम से चोट वाली जगह पर पहुंचकर इस प्रोस्टाग्लैंडइन नाम के केमिकल को बनने से रोकते हैं। इससे सूजन कम हो जाती है और दर्द का एहसास भी कम हो जाता है। तो इस तरह से दवा अपना काम करती है।

5.निकाश (Extraction)

हमारे शरीर में दवा कैसे काम करती है आखरी चरण है। जिसे हम दवा का शरीर से बाहर निकलना कहते हैं। खून में बची हुई दवा की मात्रा ब्लड में घूमती रहती है। जब तक कि वह पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं हो जाते या शरीर से बाहर नहीं निकाल जाती है। दवा किडनी मूत्र मार्ग के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाते है। जिसे दवा का एक्सट्रैक्शन कहते है।

तो इस पांच चरणों की माध्यम से जब हमारे शरीर में बुरी तरह से कार्य करती है उदाहरण के माध्यम से जानते हैं दवा कैसे करती है।

सबसे पहले जैसे आपको भी टेबलेट निकलते हैं। उसके बाद दवा छोटी आंत में अब्जॉर्ब होकर ब्लड के सर्कुलेटिंग सिस्टम में जाती है। जिसके बाद दवा हमारे शरीर में ब्लड के मॉलिक्यूल से जुड़कर पूरी शरीर में यात्रा करती है। सबसे पहले टेबलेट हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम से शुरू होती है जैसे आप टेबलेट लेते हैं कुछ ही मिनट में टैबलेट आपके पेट में एसिडिक के साथ मिक्स हो जाती है।

उदाहरण-जैसे आपने क्रोसिन की टेबलेट ली निगलने के बाद दवा हमारे पेट में जाती है और डिसोल्ब हो जाती है। इसके बाद वह छोटी आत में जाकर छोटी हाथ में सतह पर लगे हुए वॉल्व के जरिए ब्लड वेसल्स में जाती है। उसके बाद यह ब्लड मॉलिक्यूल के साथ जुड़कर हमारे नसों में जाती है। जिसके बाद वह लिवर में जाती है जैसे ही टेबलेट लीवर में जाती है ब्लड और उनके मॉलिक्यूल लीवर के मेटाबॉलिज्म से मिल जाते हैं।

जहां पर दवा का कुछ मात्रा डैमेज हो जाते हैं जिसे मेटाबोलाइज्ड कहते हैं। उसके बाद दवा खून के साथ बॉडी के सरकुलेशन सिस्टम में जाती है। सर्कुलेटरी सिस्टम से ब्लड के साथ हार्ट, किडनी हर एक ऑर्गन में पहुंचती है। तो शरीर में जहां भी कोई इंफेक्शन या डैमेज हुआ होता है वहां पर पहुंच कर उसे ठीक करने का कार्य करने लगती है।

तो दोस्तों इस जानकारी में हमने जाना बॉडी में दवा कैसे काम करता है। शरीर में दवा काम करने के कई चरण होते हैं सभी चरण को स्टेप बाय स्टेप जाना दवा शरीर में इतनी जल्दी काम करती है। यह हर दवा का अब्सोर्बसन अलग-अलग होता है क्योंकि दवाइयां अलग-अलग पदार्थों से बनती है।

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