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मानव शरीर की संरचना तंत्र और उसके कार्य क्या है?

मानव शरीर की संरचना तंत्र अत्यधिक जटिल है। इसमें कई आते बहुत सी तंत्र काय 206 हड्डियां तथा अनगिनत कोशिकाएं पाई जाती हैं। हमारा शरीर आधारभूत संरचनाओं का मेला एक जटिल तंत्र है।

मानव शरीर की संरचना तंत्र के नाम और उसके कार्य क्या है?

मानव के शरीर की संरचना तंत्र के नाम और उसके कार्य क्या है?

मानव शरीर की संरचना हमारे शरीर में बहुत सारे तंत्र हैं जो विभिन्न कार्य करते हैं। जैसे कंकाल तंत्र मांस पेशी तंत्र प्रजनन तंत्र पाचन तंत्र इत्यादि।

मनुष्य के सभी संरचना तंत्र के नाम और उसके कार्य

1.कंकाल तंत्र

इस तंत्र का मुख्य कार्य हमारे शरीर के आंतरिक भागों को सुरक्षित रखना है।

2.पाचन तंत्र

भोजन को चबाना, जबाये भोजन को निगलना, निगलने हुए भोजन को पचाना तथा अपच भोजन को बाहर निकालना आदि प्रक्रिया पाचन तंत्र द्वारा होती है।मनुष्य के पाचन तंत्र में आहार नाल व उससे संबंधित ग्रंथियां होती हैं।

आहार नाल

मनुष्य की आहार नाल 8 से 10 मीटर लंबी होती है। विभिन्न भागों में इसका व्यास अलग- अलग होता है आहार नाल को निम्नलिखित भागों में बांटा जा सकता है।

  1. मुख एवं मुखगुहा
  2. ग्रसनी
  3. ग्रासनली
  4. आमाशय
  5. छोटी आंत
  6. बड़ी आंत

3.प्रजनन तंत्र

मनुष्य एक लिंगी प्राणी है, अर्थात नर और मादा जनन अंग अलग-अलग प्राणियों में होते हैं। जिस मानव में नर जनन अंग होते हैं, उन्हें पुरुष तथा जिन में मादा जनन अंग होते हैं उन्हें स्त्री कहते हैं। पुरुष एवं स्त्री को बाहर लक्षणों द्वारा पहचाना जा सकता है। इन लक्षणों को गौण लैंगिक लक्षण कहते हैं।इन लक्षणों का विकास लड़कों में 15-8 वर्ष की आयु तक तथा लड़कियों में  11-14 वर्ष की आयु में प्रारंभ हो जाता है।

इस संरचना तंत्र का मुख्य कार्य संतानों पत्ती में सहायता करना है।

4.मांसपेशियों तंत्र

इस संरचना तंत्र का मुख्य कार्य शरीर की सभी प्रकार की क्रियाओं का चाल चलन पर नियंत्रण रखना।

5.रक्त संचार तंत्र

इस तंत्र का मुख्य कार्य शरीर के प्रत्येक भाग में रक्त पहुंचाना है। इसमें हृदय और रक्त कणिकाएं पाई जाती हैं।

6.उत्सर्जन तंत्र

इस संरचना तंत्र का मुख्य कार्य पर अनावश्यक पदार्थ को शरीर से बाहर निकालना है जैसे मल, पसीना इत्यादि।

7.अस्थियां कंकाल तंत्र

शरीर की सभी अस्थियां मिलकर अस्थि तंत्र का निर्माण करते हैं। इसमें वजन भी होता है तथा तनाव भी यह तंत्र मानव शरीर को सीधा रखता है, तथा उसे आकार भी प्रदान करता है अस्थि तंत्र 206 हड्डियों से बना होता है।

अस्थि संरचना तंत्र में लाल रक्त कणिकाएं का निर्माण होता है अस्थियां भी शरीर के अन्य अंगों की तरह ही जीवित होती हैं हड्डियां हमारे शरीर के आंतरिक अंगों की सुरक्षा भी करते हैं।

8.मांसपेशी तंत्र

हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की 670 से अधिक मांस पेशी पाई जाती हैं। यह हमारे जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि अनेक प्रकार की गति करती हैं। तथा शारीरिक गतिविधियों के लिए अधिक जिम्मेदार होते हैं।

मांसपेशियां मांस से बनी होती हैं कुछ मांस पेशिया एक सफेद कठोर पदार्थ ईरान से बनी होती है। हमारे चेहरे पर लगभग 60 मांसपेशियां होती हैं एक बार मुस्कुराने पर लगभग 18 माह से हमारी सहायता करती हैं।

हमारे शरीर में भुजाओं की हड्डियां दो प्रकार की मांसपेशियों से जुड़ी होती हैं। इनमें से एक को दो सिर वाली मांसपेशी तथा दूसरी को 3 सिर वाली मांसपेशी करते हैं मांसपेशियां की बढ़ सकती है या खीच सकते हैं।

9.स्नायु तंत्र

मानव शरीर में स्नायु तंत्र सबसे अधिक जटिल व विकसित होती है यह शरीर में स्थित विशेष प्रकार की कोशिकाओं का बना होता है। जिन्हें नाड़ी कोशिकाएं या न्यूरॉन्स कहा जाता है। यह संरचना तंत्र शरीर के अन्य भागों की क्रिया पर नियंत्रण रखता है।

यह मानव शरीर की संरचना तंत्र हमें अवगत कराता है कि थकान हो रही है। भूख लग रही है सर्दी लग रही है या गर्मी यह तंत्र नारयों की सहायता से मस्तिष्क तक संदेश पहुंच आता है तथा ग्रंथियों के स्राव को नियंत्रण करता है।

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