आज की जानकारी में हम बात करने वाले हैं फेफड़ों में इन्फेक्शन कैसे होता है और फेफड़ों में इन्फेक्शन कैसे क्यों होता है जिसके बारे में हम बात करेंगे।
जानकारी के मुख्य हेडिंग
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फेफड़ों में इन्फेक्शन करने वाले वाहक
फेफड़ों में इन्फेक्शन होने के तीन मुख्य कारण होते हैं वायरस बैक्टीरिया और फंगी.
- वायरस (5 तरह के वायरस फेफड़ों में इन्फेक्शन होने के जिम्मेदार होते हैं)
- बैक्टीरिया (4 तरह के बैक्टीरिया फेफड़ों में इन्फेक्शन करते हैं)
- फंगी (1 प्रकार का फंगी हमारे पेपर में इंफेक्शन पैदा करता है)
1.वायरस के कारण फेफड़ों में होने वाले रोग (Virus Lungs Disease)
पहले हम बात करे कौन कौन से वायरस होते हैं जो हमारे फेफडे में इन्फेक्शन होने के जिम्मेदार होते हैं। तो नीचे इन सभी वायरस के नाम आप देख सकते हैं। फेफड़ों में इन्फेक्शन करने वाले कोरोनावायरस, इनफ्लुएंजा वायरस, रिनोवायरस, पैराइनफ्लुएंजा वायरस या एडिनोवायरस होते हैं।
- Corona Virus
- Influenza virus
- Rhinovirrus/enterovirus
- Parainfluenza
- Adenovirus
2.बैक्टीरिया की वजह से फेफड़ों में होने वाले रोग (Bacterial Lungs Disease)
कौन कौन से बैक्टीरिया होते हैं जो हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते और जो हमारे फेफड़ों में इन्फेक्शन पैदा करते हैं तो चलिए उन सभी बैक्टीरिया के बारे में जान लेते हैं।
हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया जिसमें माइकोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस,स्ट्रैप्टॉकोक्कस निमोनियाई,माइकोबैक्टेरियम निमोनियाई व लेजियोनेला निमोनिया नामक बैक्टीरिया जिम्मेदार होते हैं
- Mycobacterium Tuberculosis
- Streptococcus Pneumoniae
- Mycobacterium pneumoniae
- Legionella pneumophila
आप चलिए हम बात कर लेते हैं कौन से बैक्टीरिया फेफड़ों में कौन से इन्फेक्शन फैलाते हैं।
1.Mycobacterium Tuberculosis-आपने सुना होगा टीवी के बारे में टीवी का जो बैक्टीरिया होता है उसका नाम है माइक्रोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस। यह भी एक तरह का फेफड़े को इंफेक्शन करने वाला घातक बैक्टीरिया है।
2.Streptococus Pneumoniae– निमोनिया स्ट्रैप्टॉकोक्कस यह बैक्टीरिया फेफड़ों में निमोनिया नाम का इंफेक्शन पैदा करता है।
3.Mycobacterium pneumoniae-माइकोबैक्टेरियम निमोनियाई बैक्टीरिया जो होते हैं निमोनिया होने के कारक होते हैं।
4.Legionella pneumophila– लेजीनैला नीमोफिला बैक्टीरिया भी निमोनिया होने के कारक होते हैं।
यह 4 तरह के बैक्टीरिया है जो हमारे फेफड़ों में इन्फेक्शन फैलाते हैं।
3.फंगी की वजह से फेफड़ों में होने वाले रोग (Fungi Lungs Disease)
हमारे फेफड़ों में इन्फेक्शन फंगी द्वारा भी होता है। चलिए जान लेते हैं कौन से फंगी है जो हमारे फेफड़े में इन्फेक्शन पैदा करते हैं।
- Fungus Aspergillus
फेफड़ों में इंफेक्शन फैलाने वाला एक फंगस होता है जिसका नाम फंगस एस्पेरगिलस है।
1.Fungus Aspergillus– हमारे फेफड़े में इन्फेक्शन फैलाने वाला एक फंगस एस्पेरगिलस होता है। यह भी हमारे फेफड़ों में इंफेक्शन फैलाता है।
फेफड़ों में इन्फेक्शन फैलाने वाले टोटल 10 चीजें होती हैं जिनमें पांच वायरस चार बैक्टीरिया और एक फंगस होता है। जो फेफड़ों में इन्फेक्शन होने के मुख्यता जिम्मेदार होते हैं।
फेफड़ों में इन्फेक्शन कितने प्रकार के होते हैं
चलिए अब बात कर लेते हैं फेफड़े में इन्फेक्शन कितने प्रकार के होते हैं और ए कहां होते हैं सबसे ज्यादा इंफेक्शन होता है
- ब्रोंकाइटिस (Bronchitis)
- ब्रोंकायोलाइटिस (Broncholitic)
- निमोनिया (Pneumonia)
1.ब्रोंकाइटिस (Bronchitis)
ब्रोंकाइटिस फेफड़े के ऊपर पार्ट में होता है फेफड़ों का जो ऊपरी लेयर होती है उसको ब्रोंकाइटिस बोलते हैं
जैसा कि हमने बताया है फेफड़ों के अपर पार्ट में होता है। जैसा कि आप इमेज में देख रहे हैं। फेफड़ों की जो पाइप होती है जिसके द्वारा सांस लेते हैं। नॉर्मल यह पाइप पूरी तरह से खुली हुई होती है।
लेकिन ब्रोंकाइटिस होने के बाद इस सांस लेने वाली पाइप में अंदर सूजन आ जाती है। जिससे मरीज को सांस लेने में परेशानी होने लगती है। जिससे इंफेक्शन होने पर मरीज में बहुत कई तरह की तकलीफ होने लगती हैं।
2.ब्रोंकायोलाइटिस (Broncholitic)
ब्रोंकायोलाइटिस मुख्यता ब्रोंचियोलेस (Bronchioles) में होता है फेफड़ों का जो मिडल पार्ट होता है यह वहां पर होता है।
इसमें भी वाइंड पाइप यानी कि हमारी जो रेस्पिरेट्री वाल होती है। उसमें सूजन हो जाती है। लेकिन यह हमारे फेफड़ों के मिडल पार्ट में होती है जैसा कि हमने बताया ब्रोंकाइटिस में फेफड़ों के अपर पार्ट में होती है। लेकिन ब्रानकोलाइटिस फेफड़ों के बीच वाले मिडल पार्ट में होता है।
3.न्यूमोनिया (Pneumonia)
इसके अलावा फेफड़ों में जो इंफेक्शन होता है निमोनिया होता है यह हमारे फेफड़ों के Alveoli (अलबेली) में होता है।
अब यदि हम बात करें नमूने की तो निमोनिया में पस फॉरमेशन हो जाती है। इसमें पानी बनने लगता है निमोनिया इनफैक्ट होने के बाद फेफड़ों में पस जमा होने लगता है। जिससे मरीज को सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, जुकाम जैसी समस्याएं होती रहती हैं।
फेफड़ों में इन्फेक्शन किन लोगो को ज्यादा होते हैं?
फेफड़ों में इन्फेक्शन होने के चांसेस किसे ज्यादा होते हैं
- वृद्ध व्यक्ति (Old Man)– जिन व्यक्तियों की उम्र अधिक है यानी कि 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को की फेफड़ों के फंक्शन कमजोर हो जाते हैं। उन्हें फेफड़ों में इन्फेक्शन होने के ज्यादा चांसेस होते हैं।
- छोटे बच्चों (Small Baby)– छोटे बच्चों के भी फेफड़ों में इंफेक्शन होने का खतरा जाता रहता है। बच्चों के फेफड़ों में छोटे होने पर पूरी तरह से विकसित नहीं होते या फिर अच्छे से कार्य करने में असमर्थ रहते हैं तो बच्चों के फेफड़ों में भी इन्फेक्शन होने के चांस ज्यादा रहते हैं।
- कम प्रतिरक्षा (Low immunity)– कम प्रतिरक्षा यानी कि लो इम्यूनिटी वाले लोग लोगों के फेफड़ों में इन्फेक्शन होने की खतरे ज्यादा होते हैं।
- HIV, Hepatitis, Cancer Patients-जिन्हें एचआईवी हेपिटाइटिस या कैंसर पेशेंट है इन लोगों में फेफड़ों के इन्फेक्शन होने के चांसेस बहुत ज्यादा होते हैं।
- खान पान पर ध्यान न देना (Poor diet)-वह लोग जो प्रॉपर डाइट नहीं लेते हैं या वह लोग जिनके अंदर विटामिन डी की कमी है या अन्य जो विटामिन होते हैं। जिनके अंदर विटामिंस मिनरल्स की कमी होती है। उनके फेफड़े में इन्फेक्शन होने के चांसेस होते हैं।
फेफड़ों मैं इंफेक्शन के शुरुआती लक्षण क्या है
अब हम बात कर लेते हैं फिर फ्री में यदि इंफेक्शन है तो शुरुआती लक्षण क्या होते हैं उनके बारे में।
- नाक बहना
- जुकाम
- गले में खराश
- गले में दर्द
- बोलने में कठिनाई
- सांस लेने में कठिनाई
- खांसी
- फेफड़ों में सूजन आना
- छाती में दर्द होना
- घरघराहट करना
- बुखार
- शरीर में दर्द व थकान
- खांसी के साथ खून का आना
ये सभी लक्षण है जो फेफड़ों में इन्फेक्शन होने के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
फेफड़ों में इन्फेक्शन होने से बचाव कैसे करें
क्या खाएं जिससे हमारे फेफड़ों में इन्फेक्शन ना हो वह कौन कौन से आहार है जो हमारे फेफड़ों में इन्फेक्शन होने से बचाते हैं।
- खाद्य पदार्थ– जैसे चुकंदर, काली मिर्च, सेव, कद्दू, हल्दी, टमाटर, ब्लूबेरिज, हरी चाय, दूध, अदरक लहसुन, खट्टे फल, गर्म पानी
- भाप स्टीम थेरेपी द्वारा भाप लेना चाहिए
- फेफड़ों से बलगम निकालकर फेफड़ों को साफ कर सकते हैं इसके लिए कई तरह की दवाई में आती है।
- व्यायाम करें
फेफड़ों के स्वास्थ्य की जांच घर बैठे कैसे करें
आपका लंच इनकी पेपर अच्छे से कार्य कर रहा है। कि नहीं इसके स्वस्थ होने की जांच अब घर बैठे भी कर सकते हैं। इसके लिए मार्केट में पीक फ्लो मीटर एक इंस्ट्रूमेंट आता है यह ₹300 से लेकर ₹600 में आता है।
इस में हवा भर कर आप देख सकते हैं। इसमें यह आपको मीटर द्वारा बताएगा कि आपका पेपर का कितना तंदुरुस्त है।
फेफड़ों में इन्फेक्शन ठीक करने के उपाय
अब बात कर लेते हैं घर पर कौन-कौन से तरीके अपनाकर हम फेफड़े में इंफेक्शन को कम कर सकते हैं या ठीक कर सकते हैं।
- बाप थेरेपी
- नमक का पानी
- गरम पानी का सेवन करें।
- अत्यधिक पानी का सेवन करें
- टी या कॉफी भी ले सकते हैं।
- अदरक वाली चाय पिए।
- शहद और अदरक के साथ इसका सेवन करें
- बुखार को कम करने के लिए एसिटामिनोफेन या आईब्रूफेन दवा ले सकते हैं
- जितना हो सके आराम करें।
- और यदि आराम नहीं होता है तो डॉक्टर द्वारा संपर्क करके।
- कुछ दवाइयां एंटीबायोटिक (जैसे रॉक्सित्रोमायकिन अजित्रोमायकिन) इत्यादि ले सकते हैं।
इस जानकारी में हमने फेफड़ों में इन्फेक्शन क्यों होता है कैसे होता है और इन्फेक्शन होने वाले वाहक वायरस, बैक्टीरिया,फंगी के बारे में जाना आशा करता हूं कि आपको हमारी यह जानकारी समझ में आ गई हो यदि आपको इस जानकारी संबंधित कुछ पूछ रहा है तो नीचे कमेंट करके हम से पूछ सकते हो।