आज ही जानकारी में हम बात करने वाले हैं। लंग्स फाइब्रोसिस (Lung Fibrosis) के बारे में सबसे पहले हम बात करने वाले हैं। Lung Fibrosis क्या होती है और लंग फाइब्रोसिस में क्या होता है। इसके लक्षण क्या होते हैं कारण और इसका इलाज और इससे जरूरी जांच क्या-क्या किए जाते हैं। इन सभी के बारे में हम जानने वाले हैं।
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लंग फाइब्रोसिस क्या है (What is Lung Fibrosis)
लंग फाइब्रोसिस फेफड़ों की बीमारी है। यह आपके फेफड़ों में बैक्टीरिया वायरस और भंगी की वजह से हो सकता है।
फेफड़े की फाइब्रोसिस, जिसे अंतरालीय फेफड़े की बीमारी (ILD) के रूप में भी जाना जाता है, फेफड़े के ऊतकों के निशान की विशेषता वाली स्थिति है। यह निशान ऊतक को कठोर बना सकता है, जिससे फेफड़ों का विस्तार करना और ठीक से काम करना मुश्किल हो जाता है। नतीजतन, प्रभावित व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है और ऑक्सीजन की मात्रा में उनके रक्त प्रवाह तक पहुंचने में कमी आ सकती है।
फेफड़े की फाइब्रोसिस विभिन्न प्रकार के कारकों के कारण हो सकता है, जिसमें कुछ पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थों, वायरल संक्रमण, ऑटोइम्यून बीमारियों और कुछ दवाओं के संपर्क में आना शामिल है। कुछ मामलों में, फेफड़े के फाइब्रोसिस का कारण अज्ञात है।
फेफड़े के फाइब्रोसिस के लक्षणों में सांस की तकलीफ, लगातार सूखी खांसी, थकान, वजन कम होना और सांस लेते समय फेफड़ों में कर्कश आवाज शामिल हो सकते हैं। फेफड़े के फाइब्रोसिस के उपचार में आमतौर पर अंतर्निहित कारण का प्रबंधन करना, यदि संभव हो, और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करने के लिए लक्षणों का इलाज करना शामिल है। गंभीर मामलों में, फेफड़े का प्रत्यारोपण आवश्यक हो सकता है।
यदि आपको संदेह है कि आपको फेफड़े की फाइब्रोसिस हो सकती है, तो डॉक्टर को दिखाना महत्वपूर्ण है, क्योंकि शीघ्र निदान और उपचार रोग की प्रगति को धीमा करने और परिणामों में सुधार करने में मदद कर सकता है।
लंग फाइब्रोसिस के शुरुआती लक्षण Lung Fibrosis Symptoms
अगर हम बात करें। लंच फाइब्रोसिस के शुरुआती लक्षण के बारे में तो शुरुआती में हमें
- छाती में दर्द
- खांसी
- पेपर की क्षमता में कमी
- सांस की तकलीफ
- नींद न आना
- अपर्याप्त भूख
- चिंता/डिप्रेशन
- बार-बार अस्पताल भर्ती होना
- स्वस्थ शरीर के वजन को बनाए रखने में कठिनाई
लंग फाइब्रोसिस के कारण (Lung Fibrosis Causes)
अब हम बात करने वाले हैं लंग फाइब्रोसिस के कारण क्या होते हैं। फेफड़े का इन्फेक्शन कोरोना इंफेक्शन की जैसी किसी भी वजह से हो सकता है।
- फेफड़े का इन्फेक्शन, कोरोना इंफेक्शन जैसी किसी भी वजह से हो सकता है।
- वायरस, बैक्टीरिया, फंगी आजकल कोरोनावायरस के इंफेक्शन की वजह से भी हो रहा है।
- फेफड़ों की टीवी जिस वक्त को पेपरों की टीवी है पेपरों में सूजन है अस्थमा, निमोनिया है या फेफड़ों का कैंसर है।
- इसके अलावा ऑटोइम्यून डिजीज जैसे लुपस अर्थराइटिस या फिर बहुत ज्यादा केमिकल एक्स्पोज़र है। जैसे आप कहीं ऐसी जहां काम कर रहे हैं, केमिकल एटमॉस्फेयर में।
- या किसी व्यक्ति को पुरानी बीमारियों जैसे सारकॉइडोसिस ग्रेनुलोमैटोसी।
- इसके अलावा बहुत ज्यादा रेडिएशन का एक्सपोजर जहां होता है।वहां उन लोगों को लर्न फाइब्रोसिस होने के ज्यादा चांसेस होते हैं।।
लंग फाइब्रोसिस कैसे होता है Lung Fibrosis Types)
लंग फाइब्रोसिस किस-किस लोगों को हो सकता है किस वजह से होता है चलिए भी जान लेते हैं।
फेफड़ों का इन्फेक्शन फेफड़ों की टीबी फेफड़ों में सूजन अस्थमा पेपरों का कैंसर ऑटोमिन डिजीज लुपस अर्थराइटिस केमिकल वगैरह फैक्ट्री में काम करने वाले लोग आयरन वितरण का एक्सपोजर होता है।
लंग फाइब्रोसिस कि 3 स्टेज
लंग फाइब्रोसिस कि 3 स्टेज होते हैं
लंग फाइब्रोसिस (Lungs Fibrosis Stage-1)
यदि आपको पहले स्टेज का Lung Fibrosis है तो इसमें आपको थकान, सांस की तकलीफ,सूखी खांसी, सीने में दर्द यह सब लक्षण देखे जा सकते हैं।
लुंग फाइब्रोसिस (Lungs Fibrosis Stage-2)
यदि हम बात करें Lung Fibrosis के बारे में इसमें पायल हो जाती है। पेज फॉरमेशन पेपर में हो जाती है। फेफड़े में धब्बे धब्बे से दिखाई देते हैं। साथ ही सांस फूलने की तकलीफ अधिक खांसी चेस्ट में दर्द ऑक्सीजन का होना बार बार अस्पताल में भर्ती होना।
लंग फाइब्रोसिस (Lungs Fibrosis Stage-3)
फाइब्रोसिस की तीसरी स्टेज श होती है। इसमें लंच की जो टिशु होते हैं। खराब होने लगते हैं, और इसमें घाव भी होने लगता है जिसकी वजह से पेशेंट को सांस की तकलीफ अधिक होने लगती है।
अधिक खांसी होने लगती है। चेस्ट में तेज दर्द होने लगता है और पेशेंट खड़ा होने में भी तकलीफ होती है। इस तरह के पेशेंट को 24 घंटे ऑक्सीजन का उपयोग करना पड़ता है और पेशेंट को आईसीयू कंडीशन मैं आ जाता है।
लंग्स फाइब्रोसिस हो गया है कैसे पता करें
लंग फाइब्रोसिस को पता करने के लिए कुछ यादें हैं, जो कराई जाती हैं। जब आप डॉक्टर के पास जाएंगे तो वह आपको ऐसे भी जैसे करवाने के लिए बोल सकते हैं तो चलिए जान लेते हैं। कौन-कौन से जांच Lung Fibrosis का पता लगाने के लिए किए जाते हैं।
लंग्स फाइब्रोसिस जांच (Lungs Fibrosis Test)
किसी भी व्यक्ति में लंका प्रोसेस को जांचने के लिए डॉक्टर द्वारा टेस्ट कराए जाते हैं। जिसमें चेस्ट x-ray, सीटी स्कैन ब्रोंकोस्कॉपी, बायोप्सी एफएनएसी, इलेक्ट्रिक पीसीबीसी पीएफटी (पलमोनरी फंक्शन टेस्ट) डॉक्टर इन सभी टेस्ट के द्वारा व्यक्ति में लंग फाइब्रोसिस की जांच करवाते हैं। जिसमें यह पता चलता है कि इन प्रोसेस है या नहीं।
- Chest X-ray
- CT scan
- Bronchoscopy
- Biopsy
- PFT
लंग्स फाइब्रोसिस का इलाज Lungs Fibrosis Treatment)
अब हम बात करने वाले हैं। लंच फाइब्रोसिस का इलाज क्या होता है। इलाज में इसके लिए दो एफडीए अप्रूव्ड मेडिसिंस है।
Lungs Fibrosis FDA Approved Drugs
- Pirfenidone
- Nintedanib
और
- Yoga and Meditation
- No specific Treatment
- Last Option (Lungs Transplant)
फेफड़ों को तंदुरुस्त रखने के लिए क्या खाएं
कपड़ों को तंदुरुस्त रखने के लिए क्या खाएं कौन-कौन सी चीजें हैं, जो हमारे फेफड़ों को तंदुरुस्त रखती हैं। क्या खाएं जो हमें हमारे फेफड़ों में होने वाले बीमारी से बचाए।
- चुकंदर
- नील बदरी
- ब्लूबेरिज
- अलसी
- कद्दू
- हल्दी
- प्याज और लहसुन
- फलिया (मटर)
- गाजर
- अनार
- ग्रीन टी
- दूध पनीर
- सेब
- अदरक
- टमाटर
- जैतून का तेल
इन सभी चीजों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। और बहुत सारी ऐसी चीजें होती हैं, जो हमारे फेफड़ों को फायदा करती हैं।
फेफड़ों में तकलीफ है तो कौन से डॉक्टर को दिखाएं
यदि हम बात करें आपके कपड़े में तकलीफ है तो किस डॉक्टर को दिखाएं तो उसके लिए पल्मनोलॉजिस्ट (Pulmonologist), चेस्ट फिजीशियन (Chest Physician) इनको आप दिखा सकते हैं इन्हीं के द्वारा अपना इलाज करवा सकते हैं।
और यदि आपके यहां पल्मनोलॉजिस्ट और चेस्ट फिजिशियन डॉक्टर नहीं है तो आप जनरल एमबीबीएस डॉक्टर को भी दिखा सकते हैं।